पदार्थो $ A$ तथा $ B $ के बीच अभिक्रिया के लिये दर नियम इस समीकरण द्वारा निरुपित है, दर $ = k{[A]^n}{[B]^m}$ $A$ की सान्द्रता को दुगना तथा $ B$ की सान्द्रता को आधा करने पर प्राप्त दर का अभिक्रिया की प्रारम्भिक दर से अनुपात होगा
$\frac{1}{{{2^{(m + n)}}}}$
$(m + n)$
$(n - m)$
${2^{(n - m)}}$
प्रथम तथा शून्य कोटि अभिक्रियाओं की इकाई मोलरता $M $ के संदर्भ में क्रमश: होगी
आभासी एकाण्विक अभिक्रिया का उदाहरण है
यदि एक अभिक्रिया की $50 \%$ अभिक्रिया $100$ सेकण्ड में होती है तथा $75 \%$ अभिक्रिया $200$ सेकण्ड में होती है तो इस अभिक्रिया की कोटि है।
$A \to B$ का रुपांतरण द्वितीय कोटि गतिज के अन्तर्गत होता है। $ A$ की सान्द्रता दुगनी करने से $B$ के उत्पादन की दर कितनी बढ़ेगी
$2A$ $ \rightleftharpoons $ $4B + C$ एक गैसीय रासायनिक समीकरण एक बंद पात्र में कराइ जाति है तो $B$ के सान्दण मेे $10$ सेकंड मे $5 \times {10^{ - 3}}\,mol\,\,{l^{ - 1}}$ की वृधी होति हे तो उपस्थित $B$ के दिख्नने कि दर होगि