$2A$ $ \rightleftharpoons $ $4B + C$ एक गैसीय रासायनिक समीकरण एक बंद पात्र में कराइ जाति है तो $B$ के सान्दण मेे $10$ सेकंड मे $5 \times {10^{ - 3}}\,mol\,\,{l^{ - 1}}$ की वृधी होति हे तो उपस्थित $B$ के दिख्नने कि दर होगि
$5 \times {10^{ - 4}}\,mol\,\,{l^{ - 1}}\,se{c^{ - 1}}$
$5 \times {10^{ - 5}}\,mol\,\,{l^{ - 1}}\,se{c^{ - 1}}$
$6 \times {10^{ - 5}}\,mol\,\,{l^{ - 1}}{\sec ^{ - 1}}$
$4 \times {10^{ - 4}}\,mol\,{l^{ - 1}}{\sec ^{ - 1}}$
दी गई अभिक्रिया के लिये ${t_{1/2}} = \frac{1}{{Ka}}$ है तो अभिक्रिया की कोटि होगी
पदार्थो $ A$ तथा $ B $ के बीच अभिक्रिया के लिये दर नियम इस समीकरण द्वारा निरुपित है, दर $ = k{[A]^n}{[B]^m}$ $A$ की सान्द्रता को दुगना तथा $ B$ की सान्द्रता को आधा करने पर प्राप्त दर का अभिक्रिया की प्रारम्भिक दर से अनुपात होगा
अभिक्रिया $RCl + NaOH(aq) \to ROH + NaCl$ के लिये दर-नियम, दर $ = {K_1}[RCl]$ द्वारा दिया गया है, तो अभिक्रिया की दर होगी
उस अभिक्रिया की कोटि जिसकी दर $=$ $kC_A^{3/2}\,C_B^{ - 1/2}$ है, होगी
$2 A+B \rightarrow C+D$ अभिक्रिया की बलगतिकी अध्ययन करने पर निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए। अभिक्रिया के लिए वेग नियम तथा वेग स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
प्रयोग | $[ A ] / mol L ^{-1}$ | $[ B ] / mol L ^{-1}$ | $D$ विरचन का प्रारंभिक वेग $/ mol \,L ^{-1} \,min ^{-1}$ |
$I$ | $0.1$ | $0.1$ | $6.0 \times 10^{-3}$ |
$II$ | $0.3$ | $0.2$ | $7.2 \times 10^{-2}$ |
$III$ | $0.3$ | $0.4$ | $2.88 \times 10^{-1}$ |
$IV$ | $0.4$ | $0.1$ | $2.40 \times 10^{-2}$ |