एक सरल लोलक की लम्बाई का मान $2 \mathrm{~mm}$ शुद्धता के साथ $20 \mathrm{~cm}$ मापा जाता है। $50$ दोलनों के लिए $1$ सेंकड शुद्धता के साथ मापा समय $40$ सेंकड है। इस माप से गुरूत्वीय त्वरण के मापन की शुद्धता $\mathrm{N} \%$ है। $\mathrm{N}$ का मान है :
$4$
$8$
$6$
$5$
एक $1\,m$ यथार्थ लम्बाई के तार के यंग नियतांक ज्ञात करने के प्रयोग में, जब एक $1\,kg$ द्रव्यमान का भार लगाया जाता है, तो तार की लम्बाई में $\pm 0.02\,mm$ की अनियतता के साथ $0.4\,mm$ की वृद्धि मापी जाती है। तार का व्यास $\pm 0.01\,mm$ की अनियतता के साथ $0.4\,mm$ मापा जाता है। यदि यंग नियतांक मापने में आयी त्रुटि $(\Delta Y )$ $x \times 10^{10} Nm ^{-2}$ है, तो $x$ का मान होगा। [माना $g =10\,m / s ^2$ ]
सरल लोलक द्वारा गुरूत्वीय त्वरण के मापन में एक विद्याथी लोलक की लम्बाई में धनात्मक त्रुटि $1\%$ की तथा आवर्तकाल के मान में ऋणात्मक त्रुटि $3\%$ की करता है, तो सूत्र $g = 4{\pi ^2}\left( {l/{T^2}} \right)$ के द्वारा $g$ के मापन में प्रतिशत त्रुटि ........ $\%$ होगी
ऊष्मा के जूल नियम के अनुसार उत्पन्न ऊष्मा $H = {I^2}\,Rt$ जहाँ $I$ धारा, $R$ प्रतिरोध तथा $t$ समय है। यदि $I, R$ तथा $t$ के मापन में त्रुटियाँ क्रमश: $3\%, 4\%$ तथा $6\%$ हैं तो $H$ के मापन में त्रुटि है
एक शंकु की विमायें अल्पत्मांक $2 \ mm$ के एक पैमाने से मापे जाने पर उसके आधार का व्यास तथा ऊँचाई, दोनों, $20.0 \ cm$ पाये जाते हैं। इस शंकु का आयतन ज्ञात करने में अधिकतम प्रतिशत त्रुटि का मान .......... होगा|
किसी तापमापी द्वारा मापे गए दो पिण्डों के ताप क्रमशः $t_{1}=20^{\circ} C \pm 0.5^{\circ} C$ एवं $t_{2}=50^{\circ} C$ $\pm 0.5^{\circ} C$ हैं। इन पिण्डों का तापान्तर और उसमें आई त्रुटि परिकलित कीजिए।