सैकण्ड लोलक का माध्य आवर्तकाल $2$ सैकण्ड है तथा आवर्तकाल में माध्य निरपेक्ष त्रुटि $0.05$ सैकण्ड है। अधिकतम संभावित त्रुटि के साथ आवर्तकाल को किस प्रकार लिखा जाना चाहिये
$(2.00 \pm 0.01) s$
$(2.00 \pm 0.025) s$
$(2.00 \pm 0.05) s$
$(2.00 \pm 0.10) s$
Searle's प्रयोग द्वारा यंग प्रत्यास्थता गुणांक, $\left(Y=\frac{4 MLg }{\pi / d^2}\right)$ निकालने के लिए एक $L=2 \ m$ लंबे व $d=0.5 \ mm$ व्यास के तार का उपयोग किया गया है। भार $M=2.5 \ kg$ लगाने पर तार की लम्बाई में । $=0.25 \ mm$ की वद्धी हुई । $d$ और $l$ को नापने के लिए क्रमशः स्कूरेंज और माइक्रोमीटर का प्रयोग किया गया। दोनों के पिच $0.5 \ mm$ एवं दोनों के सरकुलर स्केल पर $100$ निशान है। $Y$ के निकाले गये मान में अधिकतम प्रसंभाव्य त्रुटि में
एक धात्विक तार का द्रव्यमान $(0.4 \pm 0.002)\,g$, त्रिज्या $(0.3 \pm 0.001)\,mm$ तथा लम्बाई $(5 \pm 0.02)\,cm$ है। घनत्व के मापन में अधिकतम संभव त्रुटि लगभग $.....\%$ होगी :
एक साधारण लोलक का प्रयोग किसी स्थान पर गुरूत्वाकर्षण के कारण त्वरण $g$ का मान ज्ञात करने के लिये किया जाता है । यदि लोलक की लम्बाई $25.0\, cm$ हो और इसके $40$ दोलनों के लिये एक $1 \,s$ वियोजन (resolution) वाली स्टॉपवाच से नापा गया समय $50 \,s$ हो तो $g$ के मान की परिशुद्धता (accuracy) ...... $\%$ होगी ।
किसी टॉर्कमीटर (बलाघूर्ण मापी) को द्रव्यमान, लम्बाई एवं समय के मानकों के सापेक्ष में अंशशोधित (कैलिब्रेट) किया गया है, जिनमें प्रत्येक की शुद्धता $5 \%$ है। अंशशोधन के पश्चात्, इस टॉर्कमीटर में मापे गए बलाघूर्ण की परिणामी शुद्धता होगी $...........\%$