एक धात्विक तार का द्रव्यमान $(0.4 \pm 0.002)\,g$, त्रिज्या $(0.3 \pm 0.001)\,mm$ तथा लम्बाई $(5 \pm 0.02)\,cm$ है। घनत्व के मापन में अधिकतम संभव त्रुटि लगभग $.....\%$ होगी :
$1.4$
$1.2$
$1.3$
$1.6$
गोले की त्रिज्या के मापन में त्रुटि $1\%$ है। इसके आयतन की गणना में त्रुटि ......... $\%$ होगी
$100$ प्रेक्षणों के समान्तर माध्य में यादृच्छिक त्रुटि $(random\, error) x$ है, तो $400$ प्रेक्षणों के समान्तर माध्य में यादृच्छिक त्रुटि होगी
निम्न प्रेक्षणों को कंशिकीय विधि से पानी का पृष्ठ तनाव $T$ नापने के लिये प्रयोग किया जाता है।
कंशिकीय नली का व्यास, $D=1.25 \times 10^{-2}\, m$
पानी का चढ़ाव, $h=1.45 \times 10^{-2}\, m$
$g=9.80 \,m / s ^{2}$ तथा सरलीकृत सम्बन्ध $T=\frac{ rhg }{2} \times 10^{3} \,N / m$, को उपयोग करते हुए पृष्ठ तनाव में सम्भावित त्रुटि का निकटतम मान ......... $\%$ होगा
प्रतिरोध $R =\frac{ V }{ I }$, जहाँ $V =(50\, \pm 2) \,V$ और $I =(20 \pm 0.2)\, A$ है $R$ में प्रतिशत त्रुटि ' $x$ ' $\%$ है । ' $x$ ' का मान निकटतम पूर्णांक में $.........$ है।
एक साधारण लोलक का प्रयोग किसी स्थान पर गुरूत्वाकर्षण के कारण त्वरण $g$ का मान ज्ञात करने के लिये किया जाता है । यदि लोलक की लम्बाई $25.0\, cm$ हो और इसके $40$ दोलनों के लिये एक $1 \,s$ वियोजन (resolution) वाली स्टॉपवाच से नापा गया समय $50 \,s$ हो तो $g$ के मान की परिशुद्धता (accuracy) ...... $\%$ होगी ।