एक समान अनुप्रस्थकाट एवं  $3.1$ मीटर लम्बी एक ताम्र छड़ का एक सिरा बर्फ के सम्पर्क में है, एवं दूसरा सिरा $100°C$ वाले जल में रखा है। इसकी लम्बाई के अनुदिश किस बिन्दु पर $200°C$ ताप बनाये रखा जाये, ताकि स्थायी अवस्था में जितनी मात्रा बर्फ की पिघलती है, उतनी ही मात्रा समान समयान्तराल में बनी भाप की हो। यह मानते हुए कि सम्पूर्ण निकाय एवं परिवेश के बीच ऊष्मा का कोई स्थानान्तरण नहीं होता है। बर्फ के गलन की गुप्त ऊष्मा एवं जल के वाष्पन की गुप्त ऊष्मा क्रमश: $80cal/gm$ एवं $540 cal/gm$ है

86-33

  • A

    $100°C$ वाले सिरे से $40 cm$ पर

  • B

    $0°C$ वाले सिरे से $40 cm$ दूर

  • C

    $100°C$ वाले सिरे से $25 cm$ पर

  • D

    $0°C$ वाले सिरे से $125 cm$ दूर

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धातु के बिल्कुल दो एक-समान छड़ों को निम्न चित्र $(i)$ के अनुसार वैल्ड कर दिया गया है। $4$ मिनट में इससे $20$ कैलोरी ऊष्मा प्रवाहित हो जाती है यदि छड़ों को चित्र $(ii)$ के अनुसार वैल्ड कर दिया जाये तो इतनी ही ऊष्मा प्रवाहित .......मिनट में  होगी

एक ही पदार्थ की दो छड़ों की लम्बाई यों का अनुपात $1\,:\,2$ तथा त्रिज्याओं का अनुपात $2\,:\,3$ है। यदि छड़ों के सिरों के तापान्तर समान हों तो स्थाई अवस्था में छड़ों से प्रति सैकण्ड प्रवाहित ऊष्माओं का अनुपात होगा

खाने की वस्तुओं को ठण्डा रखने के लिए प्रयुक्त बर्फ-बॉक्स की दीवारों का क्षेत्रफल $1$ मीटर$‌‌‌_2$ है और प्रत्येक दीवार की मोटाई $5.0$ सेमी है। बर्फ-बॉक्स की ऊष्मा चालकता  $K = 0.01$जूल/मीटर$°$सैन्टीग्रेड है। यह बॉक्स ${0^o}$सैन्टीग्रेड की बर्फ तथा खाने की वस्तुओं से भर दिया जाता है जबकि दिन का ताप $30°$ सैन्टीग्रेड है। बर्फ की गलन गुप्त ऊष्मा का मान $334 \times {10^3}$ जूल/किलोग्राम है, तो एक दिन में पिघलने वाली बर्फ की मात्रा  ........ $gms$ होगी ($1$ दिन $=$ $86,400$ सैकण्ड)

एक दीवार दो परतों $A$ और $B$ की बनी है। इन परतों की मोटाई समान है परन्तु पदार्थ अलग-अलग हैं। $A$ के पदार्थ की ऊष्मा चालकता $B$ से दुगनी है। तापीय साम्य अवस्था में दीवार के सिरों का तापान्तर $36°C$ है, परत $A$ के सिरों पर तापान्तर......... $^oC$ होगा

  • [IIT 1980]

निम्न छड़ों (विमीय रूप से समान है) में से किसमें ऊष्मीय धारा अधिकतम होगी