खाने की वस्तुओं को ठण्डा रखने के लिए प्रयुक्त बर्फ-बॉक्स की दीवारों का क्षेत्रफल $1$ मीटर$_2$ है और प्रत्येक दीवार की मोटाई $5.0$ सेमी है। बर्फ-बॉक्स की ऊष्मा चालकता $K = 0.01$जूल/मीटर$°$सैन्टीग्रेड है। यह बॉक्स ${0^o}$सैन्टीग्रेड की बर्फ तथा खाने की वस्तुओं से भर दिया जाता है जबकि दिन का ताप $30°$ सैन्टीग्रेड है। बर्फ की गलन गुप्त ऊष्मा का मान $334 \times {10^3}$ जूल/किलोग्राम है, तो एक दिन में पिघलने वाली बर्फ की मात्रा ........ $gms$ होगी ($1$ दिन $=$ $86,400$ सैकण्ड)
$776$
$7760$
$11520$
$1552$
लम्बाई $L$ और एकसमान परिच्छेद क्षेत्रफल $A$ की एक छड़ के दो सिरों को दो तापमानों $T _{1}$ और $T _{2}$ (जबकि $T _{1}> T _{2}$ है ) पर निरन्तर रखा जा रहा है। स्थिर अवस्था में छड़ में से ऊष्मा के स्थानान्तरण की दर, $\frac{d Q}{d t}$ होगी
एक ही आकार के दो धात्विक घनों $A$ तथा $B$ को साथ जोड़कर रखा गया है। युग्म के अन्तिम सिरों को चित्र में दर्शाये गये तापमानों पर स्थिर रखा जाता है। यह विन्यास $(Arrangement)$ ऊष्मारोधित $(Thermally\,\, insulated)$ है। धातुओं $A$ तथा $B$ के ऊष्मा चालकता गुणांक क्रमश: $300\;W/m^\circ C$ तथा $200\;W/m^\circ C$ है, तब स्थायी अवस्था में अन्तरापृष्ठ का तापमान $T $...... $^oC$ है
समान लम्बाई समान पदार्थ की दो छड़ों के सिरों को जोड़ने पर दी गई ऊष्मा $12$ सैकण्ड में एक सिरे से दूसरे सिरे तक संचारित हो जाती है। यदि उन्हें समान्तर क्रम में जोड़ा जाए तब समान ऊष्मा संचरण हेतु लगने वाला समय ....... $\sec$ होगा
खाना पकाने के बर्तन के लिए सबसे उपयुक्त वह होगा जिसके लिये
सर्ल विधि द्वारा धातु की ऊष्मा चालकता ज्ञात करने के प्रयोग में छड़ में अनुदिश ताप प्रवणता होती है