षट्कोण आकार की एक कुण्डली के एक सिरे की लम्बाई $10 \,cm$ है और इसमें $50$ चक्कर (turns) हैं। यदि इसमें $I$ एम्पीयर मान की एक विधुत धारा बहती है तो इसके केन्द्र पर पैदा होने वाले चुम्बकीय क्षेत्र (SI units में) का मान, $\left(\frac{\mu_{ o } I }{\pi}\right)$ के यूनिट में होगा।
$250 \sqrt{3}$
$5 \sqrt{3}$
$500 \sqrt{3}$
$50 \sqrt{3}$
$R$ त्रिज्या के वृत्तीय चाप खण्ड में से $i$ धारा प्रवाहित हो रही है। यदि चाप खण्ड अपने केन्द्र पर $3\pi /2$ रेडियन का कोण बनाता है, तो इसके केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र होगा
निम्न में $n$ फेरों व $r$ त्रिज्या वाली कुण्डली के कारण उसके अक्ष पर $x$ दूरी पर स्थित बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र निम्न के समानुपाती होता है
दिये गये चित्र में एक तार को एक $n$ भुजा के समबहुभुज के रूप में मोड़ा गया है। यह बहुभुज $a$ त्रिज्या के वृत्त के अन्दर बना हुआ है इसके केन्द्र पर परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र है
एक $l$ लम्बाई के पतले तार में स्थिर धारा प्रवाहित हो रही है। इस तार को एक वृत्तीय कुण्डली में इस प्रकार मोड़ा गया है कि इसकी त्रिज्या $R$ एवं इसमें लपेटों की संख्यां $n$ है तब निम्न में से कौन सा ग्राफ कुण्डली के केन्द्र पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ के परिवर्तन को सही दर्शाता है
दो कुण्डली $1$ व $2$ समान तार से बनी है। पहली की त्रिज्या दूसरी से दोगुनी है। कितना विभव दोनों पर लगाया जाए कि दोनों के केन्द्रों पर चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता समान हो?