माना दीर्घवृत्त $\frac{x^2}{a^2}+\frac{y^2}{b^2}=1, a>b$ की उत्केन्द्रता $\frac{1}{\sqrt{2}}$ है तथा नाभिलंब जीवा की लम्बाई $\sqrt{14}$ है, तो $\frac{x^2}{a^2}-\frac{y^2}{b^2}=1$ की उत्केन्द्रता का वर्ग है :
$3$
$7 / 2$
$3 / 2$
$5 / 2$
दीर्घवृत्त $5{x^2} + 9{y^2} = 45$ के नाभिलम्ब की लम्बाई है
दीर्घवृत्तों $\mathrm{E}_{\mathrm{k}}: \mathrm{kx}^2+\mathrm{k}^2 \mathrm{y}^2=1, \mathrm{k}=1,2, \ldots ., 20$ का विचार कीजिए। माना $C_k$ वह वृत्त है, जो दीर्घवृत्त $E_k$ के अन्त्य बिंदुओं (एक लघु अक्ष पर तथा दूसरा दीर्घ अक्ष पर) को मिलाने वाली चार जीवाओं को स्पर्श करता है। यदि वृत्त $C_k$ की त्रिज्या $r_k$ है, तो $\sum_{\mathrm{k}=1}^{20} \frac{1}{\mathrm{r}_{\mathrm{k}}^2}$ का मान है :
दो समुच्चय $A$ तथा $B$ निम्न प्रकार के हैं
$A=\{(a, b) \in R \times R:|a-5|< 1$ तथा $|b-5|< 1\}$
$B=\left\{(a, b) \in R \times R: 4(a-6)^{2}+9(b-5)^{2} \leq 36\right\}$ तो
यदि $P \equiv (x,\;y)$, ${F_1} \equiv (3,\;0)$, ${F_2} \equiv ( - 3,\;0)$ और $16{x^2} + 25{y^2} = 400$ तो $P{F_1} + P{F_2}$ का मान है
दीर्घवृत्त $2{x^2} + 5{y^2} = 20$ के सापेक्ष बिन्दु $(4, -3)$ की स्थिति है