एक ऊध्र्वाधर तार में ऊपर की ओर धारा बह रही है। इसे एक क्षैतिज चुम्बकीय क्षेत्र में रखा गया है। चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा उत्तर की ओर है। तार पर लगने वाले बल की दिशा होगी
उत्तर की ओर
दक्षिण की ओर
पूर्व की ओरपश्चिम की ओर
पश्चिम की ओर
दो लम्बे तार स्वतन्त्रापूर्वक लटके हैं। यदि इन्हें पहले समान्तर-क्रम में, फिर श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से जोड़ा जाये तो दोनों दशा में दोनों तारों के बीच कैसा बल लगेगा
तीन लम्बे सरल रेखीय धारावाही तारों $A$, $B$ एवं $C$ में चित्रानुसार धारा प्रवाहित हो रही है तब B पर कार्यरत नैट बल की दिशा होगी
चित्र में दर्शाए अनुसार $a$ भुजा वाला एक वर्गाकार विद्युत् चालक तार की कुण्डली $x$ - अक्ष के समान्तर चलते हुए, $b$ भुजा $(a < b)$ वाले एक अन्दर की ओर है। जैसे-जैसे कुंडली इस चुम्बकीय क्षेत्र से गुजरेगी, $x$ के सापेक्ष उसकी चाल $(v)$ निम्न में से कौन से आरेख द्वारा सही निरूपित होगी ?
दो लम्बे एवं समान्तर तार, जिनमें समान धारा बह रही है, एक दूसरे से $1$ मीटर की दूरी पर रखे हैं, तथा एक दूसरे पर $2 \times {10^{ - 7}}\,N/m$ बल लगाते हैं। इनमें प्रवाहित धारा है
किसी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $3.5 \times 10^{-5} \mathrm{~T}$ है। एक सीधे बहुत लम्बे चालक को जिसमें $\sqrt{2} \mathrm{~A}$ की धारा दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम दिशा में बहती है, इसमें रखा गया है। चालक पर प्रति एकांक लम्बाई पर लगने वाला बल...... $\times 10^{-6} \mathrm{~N} / \mathrm{m}$ है।