यदि समान द्रव्यमान के दो कणों के पथों की वक्रता त्रिज्यों का अनुपात $3: 4$ हो तो तब नियत अभिकेन्द्र बल के लिए उनके वेगों का अनुपात होगा :
$\sqrt{3}: 2$
$1: \sqrt{3}$
$\sqrt{3}: 1$
$2: \sqrt{3}$
साइकिल पर बैठा एक लड़का $20 m/sec$ की चाल से पैडल मारता हुआ $20$ मीटर त्रिज्या का वृत्त बनाता हैै। लड़के तथा साइकिल की कुल संहति $90$ किलोग्राम है। गिरने से बचने के लिये उसके द्वारा ऊध्र्वाधर दिशा के साथ बनाया गया कोण ......... $^o$ है ($g = 9.8$मीटर/सैकण्ड$^{2}$)
समान द्रव्यमान की दो वस्तुऐं ${R_1}$ तथा ${R_2}$ त्रिज्या वाली वृत्ताकार कक्षा में समान आवर्तकाल से गति कर रहीं हैं। उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
मुड़ते समय कार कभी-कभी पलट जाती है। जब यह पलटती है,
आपने सरकस में 'मौत के कुएँ' ( एक खोखला जालयुक्त गोलीय चैम्बर ताकि उसके भीतर के क्रियाकलापों को दर्शक देख सकें) में मोटरसाइकिल सवार को ऊर्ध्वाधर लूप में मोटरसाइकिल चलाते हुए देखा होगा। स्पष्ट कीजिए कि वह मोटरसाइकिल सवार नीचे से कोई सहारा न होने पर भी गोले के उच्चतम बिंदु से नीचे क्यों नहीं गिरता? यदि चैम्बर की त्रिज्या $25\, m$ है, तो ऊर्ध्वाधर लूप को पूरा करने के लिए मोटरसाइकिल की न्यूनतम चाल कितनी होनी चाहिए ?
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है