अलग-अलग अर्धव्यासों के दो गोलों को समान आवेश दिया जाता है। विभव
छोटे गोले पर अधिक होगा
बड़े गोले पर अधिक होगा
दोनों गोलों पर समान होगा
गोलों के पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करेंगे
एक $5$ सेमी त्रिज्या के खोखले गोलाकार को $10$ वोल्ट तक आवेशित किया जाता है। गोलाकार के केन्द्र पर विद्युत विभव होगा
$0.2$ मी. भुजा वाले एक समबाहु त्रिभुज के दो शीर्षों $A$ व $B$ पर प्रत्येक $4\,\mu C$ के आवेश वायु में रखे हैं। शीर्ष $C$ पर विद्युत विभव होगा $\left[ {\frac{1}{{4\pi {\varepsilon _0}}} = 9 \times {{10}^9}\,\frac{{N - {m^2}}}{{{C^2}}}} \right]$
${q_1} = 2\,\mu C$ और ${q_2} = - 1\,\mu C$ के दो बिन्दु आवेश क्रमश: $x = 0$ और $x = 6$ बिन्दुओं पर स्थित हैं। विद्युत विभव निम्नलिखित बिन्दुओं पर शून्य होगा
यदि किसी आवेशित गोलीय चालक जिसकी त्रिज्या $10\,cm$ है के केन्द्र से $5\,cm$ की दूरी पर विभव $V$ है, तो इसके केन्द्र से $15\,cm$ दूरी पर विभव होगा
दो समअक्षीय पतले तार के छल्ले, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या $'a'$ तथा आवेश क्रमश: $+Q$ और-Q है, $'s'$ दूरी पर रखे है। दोनों छल्ले के केन्द्रों के बीच विभवान्तर है।