अलग-अलग अर्धव्यासों के दो गोलों को समान आवेश दिया जाता है। विभव
छोटे गोले पर अधिक होगा
बड़े गोले पर अधिक होगा
दोनों गोलों पर समान होगा
गोलों के पदार्थ की प्रकृति पर निर्भर करेंगे
दो गोले $A$ व $B$ जिनकी त्रिज्याऐं क्रमश: $a$ तथा $b$ हों, समान विभव पर है। $A$ व $B$ पर पृष्ठीय आवेश घनत्वों का अनुपात है
किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव
एक गोलीय चालक जिसकी त्रिज्या $2$ मीटर है, को $120\, V$ तक आवेशित किया गया। इसे अब $6$ मीटर त्रिज्या वाले अन्य खोखले गोलीय चालक के अन्दर रख दिया गया है। बड़े गोले का विभव ......$V$ होगा
एक समद्विबाहु त्रिभुज के $B$ व $C$ शीर्षों पर $ + \,q$ तथा $ - \,q$ आवेश रखे गये हैं शीर्ष $A$ पर विभव होगा
$r$ तथा $R$ त्रिज्या $( > r)$ के दो संकेन्द्रीय एवं खोखले गोलों पर आवेश $Q$ इस प्रकार से वितरित है कि इनके पृष्ठीय आवेश घनत्व समान हैं। इनके उभयनिष्ठ केन्द्र पर विभव होगा