एक $5$ सेमी त्रिज्या के खोखले गोलाकार को $10$ वोल्ट तक आवेशित किया जाता है। गोलाकार के केन्द्र पर विद्युत विभव होगा
$0\, V$
$10\, V$
समान जितना कि उससे $5$ सेमी की दूरी पर होता है
समान जितना कि उससे $25$ सेमी की दूरी पर होता है
त्रिज्या $R$ आवेशित धात्विक पतले खोल के केन्द्र से त्रिज्या दूरी $r$ के साथ स्थिर विधुत विभव के विचरण को दर्शाने वाला ग्राफ है
यदि किसी आवेशित गोलीय चालक जिसकी त्रिज्या $10\,cm$ है के केन्द्र से $5\,cm$ की दूरी पर विभव $V$ है, तो इसके केन्द्र से $15\,cm$ दूरी पर विभव होगा
$5 \times 10^{-8}\, C$ तथा $-3 \times 10^{-8} \,C$ के दो आवेश $16\, cm$ दूरी पर स्थित हैं। दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के किस बिंदु पर वैध्यूत विभव शून्य होगा? अनंत पर विभव शून्य लीजिए।
पानी की एक आकार की $27$ बूँदों को एक-सा समान आवेश दिया गया है। यदि उन सबको मिलाकर एक बड़ी बूँद बना दिया तो नये विद्युत विभव में क्या परिवर्तन ........गुना होगा
$8$ सेमी भुजा के एक वर्ग के चारों कोनों पर $ + \frac{{10}}{3} \times {10^{ - 9}}C$ के आवेश में रखे गये हैं। विकर्णों के प्रतिच्छेद बिन्दु पर विभव होगा