एक $5$ सेमी त्रिज्या के खोखले गोलाकार को $10$ वोल्ट तक आवेशित किया जाता है। गोलाकार के केन्द्र पर विद्युत विभव होगा
$0\, V$
$10\, V$
समान जितना कि उससे $5$ सेमी की दूरी पर होता है
समान जितना कि उससे $25$ सेमी की दूरी पर होता है
एक साबुन के बुलबुले जिसका विभव $16\,V$ है, की त्रिज्या दुगनी कर दी जाये तो, बुलबुले का नया विभव ........$V$ हो जायेगा
दो अचालक $R_1$ तथा $R_2$ त्रिज्या वाले गोलों को क्रमशः $+\rho$ तथा $-\rho$ एकसमान आयतन आवेश घनत्व से आवेशित किया गया है। इन गोलों को चित्र में दर्शाए अनुसार इस प्रकार जोड़ कर रखा गया है कि वे आंशिक रूप से अतिछादित है। अतिछादित क्षेत्र के प्रत्येक बिन्दु पर -
$(A)$ स्थिर विधुत क्षेत्र शून्य है।
$(B)$ स्थिर विधुत विभव अचर है।
$(C)$ स्थिर विधुत क्षेत्र का परिमाण अचर है।
$(D)$ स्थिर विधुत क्षेत्र की दिशा एकसमान है।
${R_1}$ व ${R_2}$ त्रिज्याओं वाले दो धात्विक गोलों को समान विभव तक आवेशित किया गया है। गोलों पर आवेशों का अनुपात होगा
किसी चालक गोले के अन्दर विद्युत विभव
$3 \times 10^{-8}\, C$ तथा $-2 \times 10^{-8}\, C$ के दो आवेश एक-दूसरे से $15 \,cm$ दूरी पर रखे हैं। न दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के किस बिंदु पर वैध्युत विभव शून्य है? अनंत पर वैध्यूत विभव शून्य लीजिए।