$a$ भुजा वाले एक समबाहु त्रिभुज $ABC$ के शीर्ष $A$ और $B$ पर समान आवेश $q$ रखे हैं। बिन्दु $C$ पर विद्युत क्षेत्र का परिमाण होगा
$\frac{q}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{{\sqrt 2 \,q}}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{{\sqrt 3 \,q}}{{4\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$\frac{q}{{2\pi {\varepsilon _0}{a^2}}}$
$50\, V/cm$ परिमाण के विद्युत क्षेत्र में एक इलेक्ट्रॉन का त्वरण हेागा (यदि इलेक्ट्रॉन के लिए $e/m = 1.76 \times {10^{11}}\,C/kg$)
किसी सपाट वृत्तीय चकती पर आवेश $ + Q$ एकसमान वितरित है। आवेश$ + q$ को $E$ गतिज ऊर्जा से चकती की ओर, इसके लम्बवत् अक्ष के अनुदिश फेंका जाता है। आवेश $q$
वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का परिमाण $E$ इस प्रकार है कि उसमें रखे इलेक्ट्रॉन पर उसके भार के तुल्य बल लगता है। यह वैद्युत क्षेत्र होगा
त्रिज्या $r$ की एक पतले अर्द्ध-वृत्तीय वलय पर धनात्मक आवेश $q$ एकसमान रूप से वितरित है। केन्द्र $O$ पर परिणामी क्षेत्र $\overrightarrow{ E }$ है।
निम्न चार स्थितियों में आवेशित कण मूल बिन्दू से बराबर - बराबर दूरियों पर स्थित हैं मूल बिन्दु पर विद्युत क्षेत्र के परिमाण को अधिकतम पहले लेते हुये इन्हें व्यवस्थित करें