$1$ ग्राम द्रव्यमान की वर्षा के पानी की एक बूँद, $1 \,km$ ऊँचाई से गिरती है और भू-तल से $50\, m / s$ की चाल से टकराती है। यदि $'g'$ का मान $10 \,m / s ^{2}$ स्थिर रहे तो, $(i)$ गुरूत्वीय बल तथा $(ii)$ वायु के प्रतिरोधक बल द्वारा किया गया कार्य होगा :
$100\;J,\;8.75\;J\;$
$10\;J,\;\; - 8.75\;J\;$
$ - 10\;J,\;8.25\;J\;$
$1.25\;J,\; - 8.25\;J\;$
एक कण एक बल के प्रभाव में विराम अवस्था से गति प्रारंभ करता है। बल, कण द्वारा चली दूरी के अनुसार इस प्रकार परिवर्तित होता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। $3\, m$ दूरी चलने के बाद कण की गतिज ऊर्जा $......\,J$ है।
किसी निश्चित ऊँचाई से एक गेंद को गिराया जाता है। जमीन तल से टकराने पर यह $50\%$ गतिज ऊर्जा खो देती है। यह पुन: कितनी ऊँचाई तक उछलेगी
एक बंदूक से एक $10$ ग्राम की गोली $1000$ मी/सेकंड प्रारम्भिक वेग से निकलती है तथा समान लेवल पर पृथ्वी पर $500$ मी/सेकंड से टकराती है किया गया कार्य जूल में है
$10\, g$ द्रव्यमान का काई कण $6.4$ से.मी. लम्बी त्रिज्या के वृत्त के अनुदिश किसी नियत स्पर्श-रेखीय त्वरण से गति करता है । यदि गति आरम्भ करने के पश्चात दो परिक्रमाएं पूरी करने पर कण की गतिज ऊर्जा $8 \times 10^{-4} J$ हो जाती है, तो इस त्वरण का परिमाण क्या है,
$1$ किलोग्राम द्रव्यमान के एक पिंड को $20\, m / s$ वेग से ऊपर फेंका गया है। $18\, m$ की ऊँचाई प्राप्त करने पर यह क्षण भर को विराम अवस्था धारण कर लेता है। वायुवी घर्षण के कारण कितनी ऊर्जा का हास्.......$j$ होता है ? $( g = \left.10 m / s ^{2}\right)$