$1$ किलोग्राम द्रव्यमान के एक पिंड को $20\, m / s$ वेग से ऊपर फेंका गया है। $18\, m$ की ऊँचाई प्राप्त करने पर यह क्षण भर को विराम अवस्था धारण कर लेता है। वायुवी घर्षण के कारण कितनी ऊर्जा का हास्.......$j$ होता है ? $( g = \left.10 m / s ^{2}\right)$
$30$
$40$
$10$
$20$
एक कण प्रारंभ में घर्षण रहित क्षैतिज तल पर विराम में स्थित है। कण पर नियत परिमाण व दिशा का क्षैतिज बल आरोपित किया जाता है। पिण्ड पर किये गये कार्य $(W)$ व उसके वेग $(v) $ के मध्य सही ग्राफ होगा (यदि कण पर कोई अन्य क्षैतिज बल नहीं लग रहा है)
एक कण एक बल के प्रभाव में विराम अवस्था से गति प्रारंभ करता है। बल, कण द्वारा चली दूरी के अनुसार इस प्रकार परिवर्तित होता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। $3\, m$ दूरी चलने के बाद कण की गतिज ऊर्जा $......\,J$ है।
दो आनत तल चित्र मे दर्शाये अनुसार रखे हुए हैं। $AB$ आनत तल के $A$ बिंदु से एक गुटके को तल के अनुदिश मात्र इतने वेग से प्रक्षेपित किया जाता है कि बस यह आनत तल के शीर्ष तक पहुँच सके, जो कि $10\,m$ की ऊँचाई पर है। बिन्दु $B$ पर पहुँचने के बाद यह गुटका $BC$ तल पर फिसलता है। बिन्दु $A$ स $C$ पर पहुँचने में इसे $t (\sqrt{2}+1) s$ का समय लगता है। $t$ का मान होगा। $\left( g =10\,m / s ^2\right.$ प्रयोग करें)
किसी कण की गतिज ऊर्जा $(E)$, स्थितिज ऊर्जा $(U)$ तथा पृथ्वी तल से ऊँचाई $(h) $ के बीच प्रदर्शित ग्राफों में से कौन सा ग्राफ सही है
एक गेंद $20\, m$ की ऊँचाई से प्रारम्भिक वेग $v _{0}$ द्रारा सीधे (ऊर्ध्वाधर) नीचे की ओर फेंका जाता है । यह भू-तल से टकराता है, इस टक्कर से इसकी $50$ प्रतिशत ऊर्जा क्षयित हो जाती है। भू-तल से टकराने के बाद यह गेंद उसी ऊँचाई तक उछल जाता है । यदि $g =10\, ms ^{-2}$ है तो गेंद का प्रारम्भिक वेग $v _{0}$ है