समान लम्बाई समान पदार्थ की दो छड़ों के सिरों को जोड़ने पर दी गई ऊष्मा $12$ सैकण्ड में एक सिरे से दूसरे सिरे तक संचारित हो जाती है। यदि उन्हें समान्तर क्रम में जोड़ा जाए तब समान ऊष्मा संचरण हेतु लगने वाला समय ....... $\sec$ होगा
$24 $
$3 $
$1.5 $
$48 $
एक ही आकार के दो धात्विक घनों $A$ तथा $B$ को साथ जोड़कर रखा गया है। युग्म के अन्तिम सिरों को चित्र में दर्शाये गये तापमानों पर स्थिर रखा जाता है। यह विन्यास $(Arrangement)$ ऊष्मारोधित $(Thermally\,\, insulated)$ है। धातुओं $A$ तथा $B$ के ऊष्मा चालकता गुणांक क्रमश: $300\;W/m^\circ C$ तथा $200\;W/m^\circ C$ है, तब स्थायी अवस्था में अन्तरापृष्ठ का तापमान $T $...... $^oC$ है
ताँबे व लोहे की दो एकसमान छड़ें एक समान रूप से मोम से लेपी गई हैं। प्रत्येक का एक सिरा उबलते पानी के ताप पर रखा गया है तब उन पर मोम पिघलने की लम्बाई क्रमश: $ 8.4$ सेमी व $4.2$ सेमी है। यदि ताँबे का ऊष्मा चालकता गुणांक $0.92$ है, तो लोहे का ऊष्मा चालकता गुणांक है
ताँबे का ऊष्मा चालकता गुणांक इस्पात के ऊष्मा चालकता गुणांक का नौ गुना है। चित्र में दिखायी गयी संयुक्त बेलनाकार छड़ के संधि-स्थल का तापमान ....... $^oC$ है
एक दीवार दो परतों $A$ व $B$ से मिल कर बनी है। दोनो परतों के पदार्थ अलग-अलग हैं। दोनों की ऊष्मीय चालकताएँ क्रमश: $K_A$ व $K_B$ हैं एवं $K_A$ = 3$K_B$ दीवार के सिरों के बीच तापान्तर $20°C$ है। तापीय साम्य में,
चित्रानुसार उष्मीय प्रतिरोध $10.0$ केल्विन $\times$ वाट $^{-1}$ की एक छड़ $CD$ को समान छड़ $AB$ के मध्य में जड़ा जाता है। $A, B$ तथा $D$ किनारों को क्रमशः $200^{\circ} C, 100^{\circ} C , 125^{\circ} C$ पर पोषित किया जाता है। $CD$ में उष्मा धारा $P$ वाट है। $P$ का मान $.....$ है।