पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण का मान $‘g’ $ है। पृथ्वी तल से $32$ किलोमीटर की ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण का मान ........ $g$ होगा, (पृथ्वी की त्रिज्या $= 6400$ किलोमीटर)
$0.9$
$0.99$
$0.8$
$1.01$
चन्द्रमा पर गुरुत्वजनित त्वरण, पृथ्वी पर गुरुत्वजनित त्वरण का $\frac 16$ वाँ भाग है। यदि पृथ्वी और चन्द्रमा के घनत्व का अनुपात $\left( {\frac{{{\rho _e}}}{{{\rho _m}}}} \right) = \frac{5}{3}$ हो, तब पृथ्वी की त्रिज्या $({R_e})$ के पदों में चन्द्रमा की त्रिज्या ${R_m}$ होगी
यदि $\mathrm{h} < < \mathrm{R}$ (पृथ्वी की त्रिज्या), पृथ्वी से $\mathrm{h}$ ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण होगा:
पृथ्वी के समान द्रव्यमान घनत्व वाले एक ग्रह की त्रिज्या $R=\frac{1}{10} \times$ (पृथ्वी की त्रिज्या) है। वैज्ञानिक इस ग्रह में $\frac{R}{5}$ गहराई वाला एक कुआँ खोदते है और इसमें उतनी ही लम्बाई तथा $10^{-3} \ kgm ^{-1}$ रेखीय द्रव्यमान घनत्व वाला एक तार डालते है, जो कुएँ को कही भी स्पर्श नहीं करता है। तार को पकड़कर यथास्थान रखने के लिए एक व्यक्ति द्वारा लगाया गया बल है (उपयोगी सूचनाः पृथ्वी की त्रिज्या $=6 \times 10^6 \ m$ तथा पृथ्वी की सतह पर गुरूत्वीय त्वरण $10 ms ^{-2}$ )
मान लीजिए चन्द्रमा पर गुरुत्वीय त्वरण का मान पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण के मान से $0.2$ गुना है। यदि पृथ्वी तल पर किसी प्रक्षेप्य की अधिकतम परास ${R_e}$ है तो चन्द्रमा पर इसी प्रक्षेप्य की अधिकतम परास क्या होगी जबकि प्रक्षेप्य का वेग समान रखा जाता है
किस ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण का मान, सतह के मान का $25\%$ रह जाएगा (पृथ्वी की त्रिज्या $= R$ मीटर)