यदि $\mathrm{h} < < \mathrm{R}$ (पृथ्वी की त्रिज्या), पृथ्वी से $\mathrm{h}$ ऊँचाई पर गुरुत्वीय त्वरण होगा:

  • [JEE MAIN 2023]
  • A

    $g^{\prime}=g\left(1-\frac{2 h}{R}\right)$

  • B

    $g^{\prime}=g\left(1-\frac{2 h^2}{R^2}\right)$

  • C

    $g^{\prime}=g\left(1-\frac{h}{2 R}\right)$

  • D

    $g^{\prime}=g\left(1-\frac{h^2}{2 R^2}\right)$

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पृथ्वी का द्रव्यमान चन्द्रमा के द्रव्यमान से $81$ गुना है तथा पृथ्वी की त्रिज्या चन्द्रमा की त्रिज्या से $3.5$ गुनी है। चन्द्रमा के पृष्ठ पर तथा पृथ्वी के पृष्ठ पर गुरुत्वीय त्वरणों का अनुपात होगा

पृथ्वी की सतह पर किसी वस्तु का भार $W$ न्यूटन है। सतह से पृथ्वी की त्रिज्या की आधी ऊँचाई पर इसका भार होगा

यदि पृथ्वी का घनत्व $4$ गुना बढ़ा दें तथा इसकी त्रिज्या आधी कर दें, तो हमारा भार हो जायेगा

पृथ्वी तल से ऊपर किसी बिन्दु पर गुरूत्वीय विभव $-5.12 \times 10^7 \mathrm{~J} / \mathrm{kg}$ है। पृथ्वी की त्रिज्या औसतन $6400$ किमी. मानी जाये तब पृथ्वी तल के ऊपर इस बिन्द की ऊँचाई है :

  • [JEE MAIN 2024]

चंद्रमा का द्रव्यमान $7.34 \times {10^{22}}\,kg$ तथा त्रिज्या $1.74 \times {10^6}\,m$ है। इसकी सतह पर गुरुत्वीय त्वरण का मान ....... $N/kg$ होगा