चन्द्रमा पर गुरुत्वजनित त्वरण, पृथ्वी पर गुरुत्वजनित त्वरण का $\frac 16$ वाँ भाग है। यदि पृथ्वी और चन्द्रमा के घनत्व का अनुपात $\left( {\frac{{{\rho _e}}}{{{\rho _m}}}} \right) = \frac{5}{3}$ हो, तब पृथ्वी की त्रिज्या $({R_e})$ के पदों में चन्द्रमा की त्रिज्या ${R_m}$ होगी
$\frac{5}{{18}}{R_e}$
$\frac{1}{6}{R_e}$
$\frac{3}{{18}}{R_e}$
$\frac{1}{{2\sqrt 3 }}{R_e}$
यदि पृथ्वी घूर्णन करना बन्द कर दें तो $‘g’$ का मान भूमध्य रेखा पर
${g_e}$ तथा ${g_p}$ पृथ्वी तथा किसी अन्य ग्रह की सतहों के गुरुत्वीय त्वरण हैं। ग्रह की त्रिज्या तथा द्रव्यमान पृथ्वी की त्रिज्या तथा द्रव्यमान के दोगुने हैं, तब
यदि पृथ्वी अपनी वर्तमान गति के अधिक मान से गति करने लगे, तो किसी वस्तु का द्रव्यमान
एक व्यक्ति पदार्थ की अधिक मात्रा (किग्रा-भार में) प्राप्त करेगा
पृथ्वी की सतह पर $g$ का मान $980\,$सेमी प्रति सैकण्ड$^{2}$ है। इसकी सतह से $64$ किलोमीटर ऊँचाई पर $ g$ का मान ........ $cm/{\sec ^2}$ होगा (पृथ्वी की त्रिज्या $R = 6400\,km)$