पृथ्वी के समान द्रव्यमान घनत्व वाले एक ग्रह की त्रिज्या $R=\frac{1}{10} \times$ (पृथ्वी की त्रिज्या) है। वैज्ञानिक इस ग्रह में $\frac{R}{5}$ गहराई वाला एक कुआँ खोदते है और इसमें उतनी ही लम्बाई तथा $10^{-3} \ kgm ^{-1}$ रेखीय द्रव्यमान घनत्व वाला एक तार डालते है, जो कुएँ को कही भी स्पर्श नहीं करता है। तार को पकड़कर यथास्थान रखने के लिए एक व्यक्ति द्वारा लगाया गया बल है (उपयोगी सूचनाः पृथ्वी की त्रिज्या $=6 \times 10^6 \ m$ तथा पृथ्वी की सतह पर गुरूत्वीय त्वरण $10 ms ^{-2}$ )

  • [IIT 2014]
  • A

    $96 \ N$

  • B

    $108 \ N$

  • C

    $120 \ N$

  • D

    $150 \ N$

Similar Questions

पृथ्वी को एकसमान घनत्व का गोला मानते हुए पृथ्वी तल से $100$ किलोमीटर की गहराई पर एक खदान में गुरुत्वीय त्वरण का मान ........ $m/{s^2}$ होगा

नीचे दो कथन दिये गये हैं: एक को अभिकथन $A$ कहा गया है तथा दूसरे को कारण कारण $R$ कहा गया है

अभिकथन $A:$ किसी लोलक घड़ी को माउण्ट एवरेस्ट पर ले जाने पर यह तेज चलती है।

कारण $R:$ पृथ्वी की सतह की तुलना में माउण्ट एवरेस्ट पर गुरूत्वीय त्वरण $\mathrm{g}$ का मान कम होता है।

उपरोक्त कथनों के आधार पर, नीचे दिये गये विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:

  • [JEE MAIN 2023]

पृथ्वी का द्रव्यमान एक ग्रह के द्रव्यमान का $80$ गुना है एवं व्यास ग्रह के व्यास का दोगुना है। यदि पृथ्वी तल पर गुरुत्वीय त्वरण $‘g’$ का मान $9.8$ मीटर/सैकण्ड$^{2}$ है, तो ग्रह पर $‘g’$ का मान ........ $m/{s^2}$ होगा

अन्तरिक्ष यानों में पृथ्वी की परिक्रमा करते समय भारहीनता अनुभव होने का कारण हैअन्तरिक्ष यानों में पृथ्वी की परिक्रमा करते समय भारहीनता अनुभव होने का कारण है

पृथ्वी का द्रव्यमान अपरिवर्तित रहते हुये यदि त्रिज्या $2\% $ कम हो जाए तब, इसकी सतह पर स्थित वस्तु का भार