कुल आवेश $q$ तथा त्रिज्या $3 a$ का एक एकसमान आवेशित वलय $xy$-समतल में मूलबिंदु पर केन्द्रित रखा है। एक बिन्दु आवेश $q$ इस वलय की तरफ $Z$-अक्ष पर चल रहा है। इसकी $z =4 a$ पर चाल $v$ है। मूलबिंदु को पार करने के लिए $v$ का न्यूनतम मान होगा ।
$\sqrt {\frac{2}{m}} {\left( {\frac{1}{5}\frac{{{q^2}}}{{4\pi { \in _0}a}}} \right)^{1/2}}$
$\sqrt {\frac{2}{m}} {\left( {\frac{1}{15}\frac{{{q^2}}}{{4\pi { \in _0}a}}} \right)^{1/2}}$
$\sqrt {\frac{2}{m}} {\left( {\frac{4}{15}\frac{{{q^2}}}{{4\pi { \in _0}a}}} \right)^{1/2}}$
$\sqrt {\frac{2}{m}} {\left( {\frac{2}{15}\frac{{{q^2}}}{{4\pi { \in _0}a}}} \right)^{1/2}}$
किसी आवेश $5\,\mu \,C$ को विद्युत क्षेत्र में $A$ बिन्दु से $B$ बिन्दु तक ले जाने में किये गये कार्य का मान $10\,mJ$ है, तब $({V_B} - {V_A})$ का मान होगा
एक कण, जिसकी संहति इलेक्ट्रॉन की संहति से $400$ गुना व आवेश इलेक्ट्रॉन के आवेश का दो गुना है,$ 5\,V$ विभवान्तर के द्वारा त्वरित किया जाता है। यदि कण प्रारम्भ में स्थिर था, तो उसकी अन्तिम गतिज ऊर्जा ........$eV$ होगी
एक इलेक्ट्रॉन को दूसरे इलेक्ट्रॉन की ओर लाने पर निकाय की वैद्युत स्थितिज ऊर्जा
एक आवेशित प्लेट का आवेश घनत्व $2 \times {10^{ - 6}}\,C/{m^2}$ है। एक इलेक्ट्रॉन की प्लेट से प्रारम्भिक दूरी क्या होगी जबकि इलेक्ट्रॉन $200\,eV$ ऊर्जा के साथ प्लेट की ओर गति कर रहा है तथा यह इलेक्ट्रॉन प्लेट से टकरा नहीं सकता