चित्र में आतंरिक (छायांकित) क्षेत्र $A$ एक $r_{-1}=1$ त्रिज्या के गोले को प्रदर्शित करता है, जिसके अन्दर विधुत आवेश घनत्व (electrostatic charge density) $\rho_{-1}=k r$ केंद्र से त्रिज्य-दूरी $r$ के साथ बदलता है, जहां $k$ धनात्मक है। $r_B$ त्रिज्या के बाह्य (outer) गोलीय खोल $B$ में, विधुत आवेश घनत्व $\rho_B=\frac{2 k}{r}$ से बदलता है। मान लें कि यूनिट्स का ध्यान रखा गया है। सभी भौतिकी मात्रायें (quantities) SI मानक में है।
निम्न में से कौन सा (से) कथन सही है (हैं)।
एक आवेशित प्लेट का आवेश घनत्व $2 \times {10^{ - 6}}\,C/{m^2}$ है। एक इलेक्ट्रॉन की प्लेट से प्रारम्भिक दूरी क्या होगी जबकि इलेक्ट्रॉन $200\,eV$ ऊर्जा के साथ प्लेट की ओर गति कर रहा है तथा यह इलेक्ट्रॉन प्लेट से टकरा नहीं सकता
विद्युत क्षेत्र $\overrightarrow E = {e_1}\hat i + {e_2}\hat j + {e_3}\hat k$ में आवेश $Q$ का विस्थापन $\hat r = a\hat i + b\hat j$ है। तो किया गया कार्य है
जब $3$ कूलॉम आवेश को एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है तो यह $3000$ न्यूटन बल अनुभव करता है। $1$ सेमी की दूरी पर स्थित दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर ......वोल्ट है
एक धातु में इलेक्ट्रानों का माध्य मुक्त पथ $4 \times 10^{-8} \;m$ है। वह विद्युत-क्षेत्र जो धातु में किसी इलेक्ट्रॉन को औसत रूप में $2\;eV$ की ऊर्जा प्रदान कर सके, $V/m$ की मात्रकों में होगा