एक स्पर्शज्या धारामापी की कुण्डली में $25$ फेरे हैं, तथा इसकी त्रिज्या $ 15 \,cm$ है। पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का क्षैतिज घटक $3 × 10^{-5}$ $T$ है। धारामापी में ${45^o}$ का विक्षेप उत्पन्न करने के लिए आवश्यक धारा .....$A$ होगी
$0.29$
$1.2$
$3.6 \times 10^{-5} $
$0.14 $
दो छड़ चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों का अनुपात $13 : 5$ है। यदि इन चुम्बकों को दोलन चुम्बकत्वमापी में एकसाथ रखकर दोलन कराये जायें, इस प्रकार कि इनके समान ध्रुव एक ओर रहें तो यह निकाय प्रति मिनट $15$ दोलन करता है यदि असमान ध्रुव एक ओर रहें तो इस निकाय की आवृत्ति ....दोलन/मिनट होगी
निम्न में कौन सा कथन सत्य नहीं है
कम्पन चुम्बकत्वमापी किस सिद्धांत पर कार्य करता है
दो चुम्बकों के चुम्बकीय आघूर्णों की तुलना करने के लिये योगान्तर विधि एक उत्तम विधि है, क्योंकि
दो समान ध्रुुव सामथ्र्य के चुम्बकों के विपरीत ध्रुव एक ओर करके दोलन चुम्बकत्वमापी में रखे जाते हैं । यदि दोनों चुम्बकों की लम्बाई भी समान है तो आवर्तकाल होगा