$12\, cm$ त्रिज्या वाले एक गोलीय चालक के पृष्ठ पर $1.6 \times 10^{-7} \,C$ का आवेश एकसमान रूप से वितरित है।
$(a)$ गोले के अंदर
$(b)$ गोले के ठीक बाहर
$(c)$ गोले के केंद्र से $18 cm$ पर अवस्थित, किसी बिंदु पर विध्यूत क्षेत्र क्या होगा?
$(a)$ Radius of the spherical conductor, $r=12 \,cm =0.12\, m$
Charge is uniformly distributed over the conductor, $q=1.6 \times 10^{-7}\, C$
Electric field inside a spherical conductor is zero. This is because if there is field inside the conductor, then charges will move to neutralize it.
$(b)$ Electric field $E$ just outside the conductor is given by the relation. $E=\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}} \cdot \frac{q}{r^{2}}$
Where, $\varepsilon_{0}=$ Permittivity of free space and $\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}}=9 \times 10^{9}\, Nm ^{2} \,C ^{-2}$
Therefore, $E =\frac{9 \times 10^{9} \times 1.6 \times 10^{-7}}{(0.12)^{2}}=10^{5} \,N\, C^{-1}$
Therefore, the electric field just outside the sphere is $10^{5} \,N\, C^{-1}$
$(c)$ Electric field at a point $18\, m$ from the centre of the sphere $= E _{1}$ Distance of the point from the centre, $d =18 \,cm =0.18\, m$
$E_{1}=\frac{1}{4 \pi \varepsilon_{0}} \cdot \frac{q}{d^{2}}=\frac{9 \times 10^{9} \times 1.6 \times 10^{-7}}{\left(1.8 \times 10^{-2}\right)^{2}}$$=4.4 \times 10^{4} \,N\,C ^{-1}$
Therefore, the electric field at a point $18\, cm$ from the centre of the sphere is $4.4 \times 10^{4} \,N\, C^{-1}$
संलग्न चित्र में दर्शाए गए तीन पराविधुत (dielectric) गोलो पर, जिनकी त्रिज्याऐं क्रमशः $R / 2, R$ तथा $2 R$ है, आवेश $Q, 2 Q$ तथा $4 Q$ क्रमशः समान रूप से वितरित है। यदि बिन्दु $P$, जो प्रत्येक गोले के केन्द्र से $R$ दूरी पर है, पर गोले $1,2$ तथा $3$ के कारण विधुत क्षेत्र का परिमाण क्रमशः $E _1, E _2$ तथा $E _3$ है तब
एक $R$ त्रिज्या के गोले में समान घनत्व $\rho$ का आवेश वितरित है। यदि इस गोले से $\frac{ R }{2}$ त्रिज्या का एक गोला काटकर चित्रानुसार निकाल दिया जाय तो बचे हुए भाग के कारण बिन्दु ओं $A$ तथा $B$ पर विधुत क्षेत्र (क्रमशः $\overrightarrow{ E }_{ A }$ तथा $\overrightarrow{ E }_{ B }$ ) के मान का अनुपात $\frac{\left|\overrightarrow{ E }_{ A }\right|}{\left|\overrightarrow{ E }_{ B }\right|}$ होगा।
दो अनंत लम्बाई की समानान्तर चालक पट्टिकायें (प्लेट्स) जिनके सतही आवेश घनत्व क्रमश : $ + \sigma $ और $ - \sigma $ हैं, एक थोड़ी दूरी के अंतराल पर रखी हैं। इन पट्टिकाओं के बीच का माध्यम निर्वात है। अगर निर्वात का परावैद्युतांक ${\varepsilon _0}$ है, तो पट्टिकाओं के बीच विद्युत क्षेत्र का मान है
कुल आवेश $2 Q$ को त्रिज्या $R$ के गोले में इस प्रकार वितरित करते हैं कि आवेश घनत्व सम्बन्ध $\rho( r )= kr$ से दिया जाता है जहाँ $r$, केन्द्र से दूरी है। दो बराबर $Q$ आवेशों $A$ तथा $B$ को केन्द्र से $a$ दूरी पर व्यासीय विपरीत बिन्दुओं पर रखा गया है। यदि $A$ और $B$ कोई बल अनुभव नहीं करते हैं, तो ?