किसी स्क्रू गेज़ का अल्पतमांक $0.01\, mm$ है तथा इसके वृत्तीय पैमाने पर $50$ भाग हैं। इस स्क्रू गेज़ का चूड़ी अन्तराल ( पिच ) $........mm$ है
$1.0$
$0.01$
$0.25$
$0.5$
एक चल सूक्ष्मदर्शी के मुख्य पैमाने पर प्रति सेंटीमीटर $20$ विभाजन हैं जबकि इसके वर्नियर पैमाने पर कुल $50$ विभाजन हैं। यदि वर्नियर पैमाने के $25$ विभाजन, मुख्य पैमाने के $24$ विभाजनों के बराबर हैं, तो चल सूक्ष्मदर्शी का अल्पतमांक $............\,cm$ होगा
एक तार का व्यास नापने में किये गये स्क्रूगेज के प्रयोग से निम्नलिखित मापन आये
मुख्य स्केल पाठ्यांक $: 0$ मिमी,
वृत्तीय स्केल पाठ्यांक $: 52$ भाग
दिया है कि मुख्य स्केल पर $1$ मिमी. वृत्तीय स्केल के $100$ भागों के संगत हैं।
उपरोक्त डाटा से तार का व्यास है:
किसी स्क्रूगेज का चूड़ी अन्तराल $1 \,mm$ है तथा उसके वत्तीय पैमाने पर $100$ अंश है। जब इसके जबड़ों के बीच कुछ भी नहीं रखा है तो वत्तीय पैमाने का शून्य संदर्भ रेखा से $8$ अंश नीचे होता है। जब किसी तार को जबड़ों के बीच रखा जाता है तो रैखिक पैमाने का एक अंश स्पष्ट दिखाई देता है और वत्तीय पैमाने का $72$ वाँ अंश संदर्भ रेखा के संपाती है। तार की त्रिज्या है। ($mm$ में)
यदि चलित सूक्ष्मदर्शी वर्नियर के $50$ भागों का मान मुख्य पैमाने के $49$ भागों के बराबर है तथा मुख्य पैमाने का सूक्ष्मतम पाठयांक $0.5$ मिमी है। चल सूक्ष्मदर्शी का वर्नियर नियतांक है :