एक तार का व्यास नापने में किये गये स्क्रूगेज के प्रयोग से निम्नलिखित मापन आये
मुख्य स्केल पाठ्यांक $: 0$ मिमी,
वृत्तीय स्केल पाठ्यांक $: 52$ भाग
दिया है कि मुख्य स्केल पर $1$ मिमी. वृत्तीय स्केल के $100$ भागों के संगत हैं।
उपरोक्त डाटा से तार का व्यास है:
$0.052$ $cm$
$0.026$ $ cm$
$0.005$ $ cm$
$0.52$ $ cm$
दो वर्नियर कैलिपर्स इस तरह से हैं कि उनके मुख्य पैमाने का $1 cm , 10$ समभागों में विभाजित है। एक कैलिपर $\left(C_1\right)$ के वर्नियर पैमाने पर $10$ बराबर भाग हैं जो कि मुख्य पैमाने के $9$ भागों के बराबर हैं। दूसरे कैलिपर $\left(C_2\right)$ के बर्नियर पैमाने पर भी $10$ बराबर भाग हैं जो कि मुख्य पैमाने के $11$ भागों के बराबर हैं। दोनों कैलिपर्स के पठनों को चित्र में दर्शाया गया है। $C_1$ तथा $C_2$ द्वारा मापे गए सही मान ( $cm$ में) क्रमश: हैं
नीचे के चित्र में (सेंटीमीटर $( cm )$ माप) वर्नियर कैलिपर्स की एक खास स्थिति को दिखाया गया है।इस स्थिति में दिखाए चित्र में $x$ का मान .......... $cm$ होगा (चित्र माप के अनुसार नहीं हैं)?
दो छात्रों $A$ और $B$ ने समान चूड़ी अन्तराल और $100$ समान वत्तीय अंशों वाले दो स्क्रूजों का उपयोग दिए गए तार की त्रिज्या मापने के लिए किया। तार की त्रिज्या का वास्तविक मान $0.322$ $cm$ है। $A$ और $B$ द्वारा प्रेक्षित वत्तीय पैमाने के अंतिम पाठ्यांकों के बीच अंतर का निरपेक्ष मूल्य है।
[आरेखों में संदर्भ बिन्दु $O$ की स्थिति उस स्थिति में दर्शायी गयी है जब स्क्रूगे के जबड़े बन्द है।] दिया है चूड़ी अन्तराल $=0.1 \,cm$.
वर्नियर कैलियर का वर्नियर नियतांक $0.1\,mm$ तथा शून्यांक त्रुटि $(-0.05)\,cm$ है। एक गोले का व्यास नापते समय इसके मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $1.7\,cm$ है तथा वर्नियर के $5$ भागो के साथ संपाती होता है तो सही व्यास $...........\times 10^{-2}\,cm$ होगा ।
किसी स्क्रू गेज़ का अल्पतमांक $0.01\, mm$ है तथा इसके वृत्तीय पैमाने पर $50$ भाग हैं। इस स्क्रू गेज़ का चूड़ी अन्तराल ( पिच ) $........mm$ है