दो ग्रहों के व्यासों में अनुपात $4 : 1$ तथा माध्य घनत्वों में अनुपात $1 : 2$ है। उन ग्रहों पर गुरुत्वीय त्वरण का अनुपात होगा
चन्द्रमा की त्रिज्या पृथ्वी की त्रिज्या का $1/4$भाग है और इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का $1/80 $ भाग है। यदि पृथ्वी के तल पर गुरुत्वीय त्वरण $g$ है, तो चन्द्रमा के तल पर इसका मान होगा
यदि पृथ्वी की त्रिज्या $2 \%$ सिकुड़ जाए जबकि इसका द्रव्यमान समान रहे, तो पृथ्वी के तल पर गुरूत्व के कारण त्वरण का मान लगभग :
स्प्रिंग दोलन पर आधारित एक घड़ी $S$ है तथा लोलक गति पर आधारित एक घड़ी $P$ है। दोनों घड़ियाँ पृथ्वी पर समान रफ्तार से चलती हैं। पृथ्वी के समान घनत्व परन्तु दोगुनी त्रिज्या वाले एक ग्रह पर
एक पिण्ड का पृथ्वी तल पर भार $72\, N$ है। पृथ्वी तल से $\frac{R_e}{2}$ ऊँचाई पर इसका भार....... $N$ है