$2 \,kg$ द्रव्यमान के एक पिण्ड पर एक बल लगाते है जिससे उसकी स्थिति का समय के साथ परिवर्तन $x =3 t ^{2}+5$ है। इस बल द्वारा प्रथम $5\, s$ में किया गया कार्य $......\,J$ होगा।
$850$
$950$
$875$
$900$
दिए गए चित्र में, $m$ द्रव्यमान के ब्लॉक को बिन्दु '$A$' से छोडा गया है। ब्लॉक बिन्दु $B$ पर पहुचने पर ब्लॉक की गतिज ऊर्जा का व्यंजक होगा :-
$5$ किग्रा द्रव्यमान की एक खिलौना कार बल $F$ के प्रभाव में चित्रानुसार ऊपर की ओर गति करती है। बल $F $ तथा विस्थापन $x$ के बीच का ग्राफ चित्र में प्रदर्शित है। कार द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई का मान है
एक कण एक बल के प्रभाव में विराम अवस्था से गति प्रारंभ करता है। बल, कण द्वारा चली दूरी के अनुसार इस प्रकार परिवर्तित होता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। $3\, m$ दूरी चलने के बाद कण की गतिज ऊर्जा $......\,J$ है।
किसी तोप से चलाये गये गोले में वायु में विस्फोट होता है, तब
किसी नत समतल पर $2\, kg$ के एक गुटके को ऊपर की ओर $10$ मीटर तक ले जाने में $300 \,J$ कार्य करना पड़ता है। यदि गुरुत्वीय त्वरण $g = 10\,\,m/{s^2}$ हो तो घर्षण के विरुद्ध किया गया कार्य ........ $J$ है