$m$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड $u$ वेग से समान द्रव्यमान $m$ वाले एक अन्य स्थिर पिण्ड से एक विमीय प्रत्यास्थ संघÍ करता है। दोनों पिण्ड अत्यल्प समय $T$ तक संपर्क में रहते हैं। उनके बीच का अंर्तक्रियात्मक बल $T/2$ समय में शून्य से $F_0$ तक रैखिक रूप से बढ़ता है तथा अगले $T/2$ समय में रैखिकत: घटकर शून्य हो जाता है। $F_0$ का परिमाण है
$mu/T$
$2mu/T$
$mu/2T$
इनमें से कोई नहीं
$3$ किग्रा द्रव्यमान की एक गेंद $60^o$ के कोण पर दीवार से टकराती है तथा उसी कोण से वापस लौटती है । यदि दीवार और गेंद का संपर्क समय $0.2$ सेकंड हो , तो गेंद द्वारा दीवार पर आरोपित बल है
एक ठोस क्षैतिज तल (solid horizontal surface) तेल की एक पतली परत (thin layer) से ढका (covered) हुआ है। द्रव्यमान (mass) $m=0.4 \ kg$ का एक आयताकार गुटका (rectangular block) इस तल पर विरामावस्था में है। $1.0 \ Ns$ परिमाण का एक आवेग (impulse) गुटके पर $t=0$ समय पर लगाया जाता है जिसके फलस्वरूप गुटका $x$-अक्ष ( $x$-axis) पर $v(t)=v_0 e^{-t / \tau}$ वेग से चलने लगता है, जहाँ $v_0$ एक स्थिर राशि है और $\tau=4 s$ है। समय $t=\tau$ पर, गुटके का विस्थापन (displacement) ......... मीटर है। $e^{-1}=0.37$ लें।
घर्षण रहित सतह पर $2\; N$ का बल लगने पर द्रव्यमान $'m'$ की एक वस्तु अचर वेग से निम्नलिखित सतह परिच्छेदिका के अनुसार गति करती है।
लगे हुये बल तथा दूरी के बीच सही ग्राफ होगा।
कोई बल्लेबाज किसी गेंद की आरंभिक चाल जो $12\, ms ^{-1}$ है, में बिना परिवर्तन किए उस पर हिट लगाकर सीधे गेंदबाज की दिशा में वापस भेज देता है । यदि गेंद की संहति $0.15\, kg$ है, तो गेंद को दिया गया आवेग ज्ञात कीजिए । (गेंद की गति रेखिक मानिए)
विराम में स्थित $5$ ग्राम द्रव्यमान की वस्तु पर $3$ सैकण्ड के लिये $50$ डाइन का बल आरोपित किया जाता है। आवेग होगा