भौतिकी का एक प्रसिद्ध संबंध किसी कण के 'चल द्रव्यमान (moving mass)' $m$ ' विराम द्रव्यमान (rest mass)' $m_{0}$, इसकी चाल $v$, और प्रकाश की चाल $c$ के बीच है । ( यह संबंध सबसे पहले अल्बर्ट आइंस्टाइन के विशेष आपेक्षिकता के सिद्धांत के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुआ था।) कोई छत्र इस संबंध को लगभग सही याद करता है लेकिन स्थिरांक $c$ को लगाना भूल जाता है । वह लिखता है $: m \frac{m_{0}}{\left(1 \quad v^{2}\right)^{1 / 2}}$ । अनुमान लगाइए कि $c$ कहां लगेगा

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Given the relation, $m=\frac{m_{0}}{\left(1-v^{2}\right)^{\frac{1}{2}}}$

Dimension of $m= M ^{1} L ^{0} T ^{0}$

Dimension of $m_{0}= M ^{1} L ^{0} T ^{0}$

Dimension of $v= M ^{0} L ^{1} T ^{-1}$

Dimension of $v^{2}= M ^{0} L ^{2} T ^{-2}$

Dimension of $c= M ^{0} L ^{1} T ^{-1}$

The given formula will be dimensionally correct only when the dimension of L.H.S is the same as that of R.H.S.

This is only possible when the factor, $\left(1-v^{2}\right)^{1 / 2}$ is dimensionless i.e., $\left(1-v^{2}\right)$ is dimensionless. This is only possible if $v^{2}$ is divided by $c^{2} .$

Hence, the correct relation is

$m=\frac{m_{0}}{\left(1-\frac{v^{2}}{c^{2}}\right)^{\frac{1}{2}}}$

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एक कण का वेग $v$ (सेमी/सैकण्ड) समय $t$ (सैकण्ड में) के पदों में निम्न सूत्र द्वारा व्यक्त किया गया है $v = at + \frac{b}{{t + c}}$ $a,\,\,b$ व $c$ की विमायें होंगी

  • [AIPMT 2006]

स्टोक के नियमानुसार, एक $a$ त्रिज्या का गोला जो कि , श्यानता गुणांक (coefficient of viscosity) के द्रव में $V$ चाल में चलता है, पर श्यानकर्षण बल (viscous drag) $F$ निम्न समीकरण से निरूपित किया जाता है : $F=a \eta_a v$ आयतन $V$ को निम्न समीकरण से निरूपित किया जा सकता है $\frac{V}{t}=k\left(\frac{p}{l}\right)^a \eta^b r^c$ जहाँ ${ }^k$ विमाविहीन स्थिरांक है। तो ${ }^a$, और $^c$ के सही मान क्या है ?

  • [KVPY 2017]

लंबाई का कोई ऐसा नया मात्रक चुना गया है जिसके अनुसार निर्वात में प्रकाश की चाल $1$ है । लम्बाई के नए मात्रक के पदों में सूर्य तथा पृथ्वी के बीच की दूरी कितनी है, प्रकाश इस दूरी को तय करने में $8\, min$ और $20\, s$ लगाता है ।

यदि ऊर्जा $(E)$, वेग $(v)$ तथा समय $(T)$ को मूल राशियाँ माना जाये तो पृष्ठ तनाव की विमा होंगी

  • [AIPMT 2015]

विभानतार $V$, विधुत धारा $I$, पराविधुतांक  $\varepsilon_0$, पारगम्यता $\mu_0$ तथा प्रकाश की चाल $c$ को मिलाकर विमीय रूप से सही विकल्प है (हैं)

$(A)$ $\mu_0 I ^2=\varepsilon_0 V ^2$ $(B)$ $\varepsilon_0 I =\mu_0 V$ $(C)$ $I =\varepsilon_0 cV$ $(D)$ $\mu_0 cI =\varepsilon_0 V$

  • [IIT 2015]