एक साईकिल सवार $100$ मी की त्रिज्या के वृत्ताकार पथ पर गतिशील है। यदि घर्षण गुणांक $0.2$ हो, तो उसकी वह अधिकतम चाल ....... $m/s$ होगी, जिससे वह तीक्ष्ण मोड़ लेते समय अन्दर की ओर न झुके
$9.8$
$1.4$
$140$
$14$
रेल्वे मोड़ पर बाहर की पटरी, अन्दर वाली पटरी से ऊँची होती है जिससे कि पटरियों द्वारा पहियों पर लगने वाला परिणामी बल
एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
यदि ओवरब्रिज उत्तल की बजाय अवतल हो, तो निम्नतम बिन्दु पर सड़क पर लगने वाला प्रणोद बल (Thrust) होगा
डोरी से बाँधा गया पत्थर वृत्तीय पथ पर गति करता है। यदि डोरी काट दें तो पत्थर वृत्त से दूर चला जाता है क्योंकि
एक चकती के छोटे सपाट पैंदे पर एक बीकर इसके केन्द्र से $R$ दूरी पर रखा है, तथा इसके केन्द्र से गुजरने वाली तथा इसके तल के लम्बवत् अक्ष के सापेक्ष $\omega$ कोणीय वेग से चक्कर लगा रही है। बीकर के पैंदे व चकती की सतह के मध्य स्थैतिक घर्पण गुणांक $\mu$ है। चकती के साथ बीकर घुमेगा यदि :