एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण स्थिर रहता है
अभिकेन्द्रीय बल की दिशा विपरीत हो जाती है
अभिकेन्द्रीय बल की दिशा में कोई परिवर्तन नही होता
$(a)$ और $(c)$ दोनों
कोई कार त्रिज्या $R$ की वक्रित सड़क पर गतिमान है । सड़क कोण $\theta$ पर द्मुकी है। कार के टायरों और सड़क के घर्पण-गुणांक $\mu_{ s }$ है । इस सड़क पर कार का अधिकतम सुरक्षा वेग है
$16 \,kg$ द्रव्यमान का एक पिण्ड, $144$ मीटर लम्बी डोरी से बांधकर क्षैतिज वृत्त में घुमाया जा रहा है। डोरी अधिकतम $16$ न्यूटन का तनाव सहन कर सकती है, वह अधिकतम वेग ....... $ms^{-1}$ होगा कि जिससे घुमाने पर रस्सी न टूटे
एक साइकिल चालक $15$ मील/घण्टे की चाल से वृत्तीय मार्ग पर मुड़ता है। यदि वह अपनी चाल दोगुनी कर दे, तो उसके फिसलने की संभावना होगी
साइकिल पर बैठा एक लड़का $20 m/sec$ की चाल से पैडल मारता हुआ $20$ मीटर त्रिज्या का वृत्त बनाता हैै। लड़के तथा साइकिल की कुल संहति $90$ किलोग्राम है। गिरने से बचने के लिये उसके द्वारा ऊध्र्वाधर दिशा के साथ बनाया गया कोण ......... $^o$ है ($g = 9.8$मीटर/सैकण्ड$^{2}$)
एक समतल सड़क के वक्र की त्रिज्या $75\,m$ है। इस वक्रीय सड़क पर कार की बिना फिसले अधिकतम चाल $30\,m / s$ हो सकती है। यदि वक्रीय सड़क की त्रिज्या को $48\,m$ तक परिवर्तित किया जाता है तथा सड़क व टायर के बीच घर्पण गुणांक समान रहता है, तब अधिकतम अनुमत चाल $m / s$ में ज्ञात कीजिए।