एक धात्विक घन को धनावेश $Q$ दिया गया है। इस व्यवस्था के लिए, निम्न में से कौनसा कथन सत्य है
घन के पृष्ठ पर विद्युत विभव शून्य है
घन के अन्दर विद्युत विभव शून्य है
विद्युत क्षेत्र घन के पृष्ठ के लम्बवत् है
घन के अन्दर विद्युत क्षेत्र परिवर्ती है
$\alpha $ भुजा वाले एक घन के केन्द्र पर एक विद्युत आवेश $q$ रखा गया है। इसके फलकों में से एक फलक पर वैद्युत अभिवाह (electric flux) का मान होगा
रेखीय आवेश घनत्व $\lambda$ का एक रेखीय आवेश चित्र में दिखाये अनुसार एक घन को विकर्णत: और फिर एक गोले को व्यास के अनुदिश भेदता हैं। घन और गोले से निर्गत फ्लक्स का अनुपात होगा
एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश $q$ रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु $A$ और $B$ हैं। तब
$R$ त्रिज्या तथा $L$ लम्बाई के एक बेलन को एकसमान वैद्युत क्षेत्र $E$ के अनुदिश अक्ष में रखा गया है, तो बेलन के पृष्ठ से सम्पूर्ण फ्लक्स हेतु व्यंजक है
यदि एक आवेश $q$ को एक अचालक बंद अर्द्धगोलाकार सतह के केन्द्र पर रखा जाता है तो समतल सतह से गुजरने वाला कुल फ्लक्स होगा