एक कुण्डली में धारा का मान एवं लपेटों की संख्या बहुत अधिक है। इसे ऊध्र्वाधर $N-S$ तल में लटकाया गया है एवं इसमें प्रवाहित धारा दक्षिणावर्ती है। एक लघु चुम्बकीय सुई को इसके केन्द्र पर रख गया है तब चुम्बकीय सुई का उत्तरी ध्रुव स्थित होगा
पूर्व-उत्तर दिशा में
पश्चिम-उत्तर दिशा में
पूर्व-दक्षिण दिशा में
पश्चिम-दक्षिण दिशा में
एक असमांगी चुम्बकीय क्षेत्र जिसकी असमांगता $\Delta r=0.01 \,m$ तक फेली है के प्रभाव मे न्यूट्रॉनों की एक किरण पुंज $r=1 \,m$ त्रिज्या वाली एक वृत्तीय पथमें गति करती है. न्यूट्रोनों की चाल $54 \,m / s$ है. न्यूट्रॉनों के द्रव्यमान और चुम्बकीय आघूर्ण के मान क्रमशः $1.67 \times 10^{-27} \,kg$ और $9.67 \times 10^{-27} \,J / T$ हैं. $\Delta r$ पर चुम्बकीय क्षेत्र के औसत विचलन (variation) का अनुमानित मान ................. $T$ होगा?
एक बिन्दु पर पृथ्वी के चुम्बकीय, प्रेरण का मान $7 \times {10^{ - 5}}$ वेबर/मीटर$^2$ है। इसको $5$ सेमी त्रिज्या के एक वृत्ताकार चालकीय लूप के केन्द्र में उत्पन्न चुम्बकीय प्रेरण द्वारा निष्क्रिय करना है। लूप में पर्याप्त विद्युतधारा का मान .......$A$ होगा
$10$ सेमी त्रिज्या की कसकर लिपटी $100$ फेरों वाली एक कुंडली में प्रवाहित धारा $7 \mathrm{~A}$ है। कुंडली के केन्द्र पर चुम्बकीय क्षेत्र का परिमाण है (दिया है, निर्वात की चुम्बकशीलता $=4 \pi \times 10^{-7}$ $SI$ मात्रक) :
वायु में रखे $1$ मी. भुजा के एक वर्गाकार लूप में प्रवाहित धारा $5 \mathrm{~A}$ हैं लूप के केन्द्र पर चुंबकीय क्षेत्र $\mathrm{X} \sqrt{2} \times 10^{-7} \mathrm{~T}$ है। $\mathrm{X}$ का मान. . . . . . . . है।
दिये गये चित्र में बिन्दु $O$ पर चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता होगी