किसी ब्लॉक (गुटके) का द्रव्यमान $m =10 kg$ है। यह एक क्षैतिज मेज पर रखा है। इन दोनों के बीच घर्षण गुणांक $=0.05$ है। इस ब्लॉक पर $50 g$ द्रव्यमान की एक गोली $v$ चाल से टकराती और इसमें धंस जाती है। इससे यह ब्लॉक, मेज पर $2 m$ विस्थापित होकर रुक जाता है।
यदि, $H$ ऊँचाई से मुक्त रूप से गिराने के पश्चात् कोई वस्तु $\frac{v}{10}$ चाल प्राप्त कर लेती है तो, ऊर्जा-क्षय को नगण्य मानते हुए, $H$ का सन्निकट मान होगा : $\left(g=10 ms ^{-2}\right)$
$0.05$
$0.02$
$0.03$
$0.04$
चित्र में दिखाई गति एक दीर्घ वृत्ताकार पटरी (rail) $P Q$ ऊर्ध्व तल में स्थित है तथा दूरियाँ $O P=3 m$ तथा $O Q=4 \ m$ हैं। $1 \ kg$ द्रव्यमान के एक गुटके को पटरी पर $P$ से $Q$ तक $18 \ N$ बल से खींचा जाता है; बल की दिशा सदैव रेखा $PQ$ के समातंर है (चित्र देखिये)। घर्षण के कारण होने वाली क्षति को नगण्य मानते हुए गुटके के बिंदु $Q$ पर पहुँचने पर उसकी गति ऊर्जा $( n \times 10)$ जूल है। $n$ का मान है(गुरूत्वीय त्वरण का मान $=10 ms ^{-2}$ ):
$5$ किग्रा द्रव्यमान की एक खिलौना कार बल $F$ के प्रभाव में चित्रानुसार ऊपर की ओर गति करती है। बल $F $ तथा विस्थापन $x$ के बीच का ग्राफ चित्र में प्रदर्शित है। कार द्वारा प्राप्त अधिकतम ऊँचाई का मान है
एक कण सरल रेखीय पथ पर गतिशील है, जिसका मंदन विस्थापन के समानुपाती है। इसके विस्थापन $x $ में होने वाला गतिज ऊर्जा हृास समानुपाती होगा
एक कण जिस पर बल $\overrightarrow{ F }=3 \overrightarrow{ i }-12 \overrightarrow{ j }$ लगाया जाता है, $\overrightarrow{ d }=4 \overrightarrow{ i }$ विस्थापन प्राप्त करता है। यदि विस्थापन के प्रारंभ में कण की गतिज ऊर्जा $3\, J$ है तो विस्थापन के अन्त में इसकी गतिज ऊर्जा का मान है।
$1\, kg$ द्रव्यमान का एक कण, एक समय पर निर्भर बल $F =6 t$ का अनुभव करता है। यदि कण विरामवस्था से चलता है तो पहले $1\, s$ में बल द्वारा किया गया कार्य ..... $J$ होगा: