किसी बिन्दु से एक गेंद प्रक्षेपण कोण $\theta $ तथा चाल ${v_o}$ से फेंकी जाती है। उसी बिन्दु से तथा ठीक उसी क्षण एक व्यक्ति गेंद को पकड़ने के लिये ${v_o}/2$ के नियत वेग से दौड़ना शुरु करता है। क्या व्यक्ति गेंद को पकड़ सकेगा ? यदि हाँ, तो प्रक्षेपण कोण का मान क्या होगा
हाँ, ${60^o}$
हाँ, ${30^o}$
नहीं
हाँ, ${45^o}$
एक पत्थर क्षैतिज से $30^{\circ}$ के कोण पर प्रक्षेपित किया गया है। प्रक्षेपण बिन्दु पर पत्थर की गतिज ऊर्जा तथा उड़ान के उच्चतम बिन्दु पर इसकी गतिज ऊर्जा का अनुपात होगा:
एक दिये हुये वेग के लिये, किसी प्रक्षेप्य की दो प्रक्षेपण कोणों पर क्षैतिज परास $R$ समान है। यदि इन दो स्थितियों में उड्डयन काल $t_1$ व $t_2$ है तब
एक कण को क्षैतिज से $\alpha$ कोण पर वेग $u$ से प्रक्षेपित करते हैं। किसी क्षण इसका वेग $v$ प्रारम्भिक वेग $u$ के लम्बवत् है तो वेग $v$ है
द्रव्यमान m का एक कण वेग $v$ से क्षैतिज से $45^o$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है। जब कण अधिकतम ऊँचाई पर हो, तब प्रक्षेपण बिन्दु के परित: कण के कोणीय संवेग का परिमाण होगा (जहाँ $g =$ गुरुत्वीय त्वरण)