एक दिये हुये वेग के लिये, किसी प्रक्षेप्य की दो प्रक्षेपण कोणों पर क्षैतिज परास $R$ समान है। यदि इन दो स्थितियों में उड्डयन काल $t_1$ व $t_2$ है तब
${t_1}{t_2} \propto \,{R^2}$
${t_1}{t_2} \propto \,R$
${t_1}{t_2} \propto \,\frac{1}{R}$
${t_1}{t_2} \propto \,\frac{1}{{{R^2}}}$
एक प्रक्षेप्य को $20\,ms ^{-1}$ वेग से क्षैतिज से ' $\alpha$ ' कोण पर प्रक्षेपित किया गया है। $10$ सेकण्ड बाद इसका क्षैतिज से झुकाव ' $\beta$ ' हो जाता है। $\tan \beta$ का मान होगा: $(g=10\,ms^{-2})$
एक व्यक्ति एक गेंद को अधिकतम $100\,m$ की परास तक फैंक सकता है। धरातल से कितनी अधिकतम ऊँचाई तक वह उसी गेंद को फेंक सकता है?
एक गेंद क्षैतिज तल से $\theta$ कोण पर $15\,ms ^{-1}$ की चाल से इस प्रकार प्रक्षेपित की जाती है कि इसके द्वारा तय की गई दूरी एवं अधिकतम ऊँचाई का मान समान है, तो ' $\tan\, \theta$ ' का मान होगा:
जब एक कण को किसी प्रारम्भिक वेग से प्रक्षेपित किया जाता है, तो यह $50$ मीटर की दूरी तय करता है। उसी तल में जब इसे दोगुने वेग से प्रक्षेपित किया जाये तो इसके द्वारा तय की गई दूरी ......... $m$ होगी
एक वस्तु को किसी कोण पर इस प्रकार प्रक्षेपित किया जाता है कि उसकी क्षैतिज परास, अधिकतम ऊँचाई की तीन गुनी है। वस्तु का क्षैतिज से प्रक्षेपण कोण होगा