$20 \,cm$ लम्बी एक नली का एक शिरा बन्द है। नली को उर्धार्धर रखते हुए इसके खुले शिरे को पानी में इस तरह डुबाया जाता है कि इस नली का आधा हिस्सा पानी के सतह से ऊपर रहता है। तदुपरांत, नली के अन्दर पानी $h$ ऊँचाई तक चढ़ जाता है (चित्र देखिए) $\mid h$ का मान निम्न से ........... $cm$ निकतम है ? (मान लीजिए कि तापमान में कोई परिवर्तन नहीं होता है, वातावरण का दाब, $P_{\text {atmosphere }}=10^5 \,N / m ^2$, पानी का घनत्व $10^3 \,kg / m ^3$, गुरुत्वीय त्वरण, $g=$ $\left.10 \,m / s ^2 \mid\right)$
$2$
$1$
$0.4$
$0.2$
दोनों सिरों पर खुली एक यू-नलिका को पानी से आंशिक भरा गया है। इसकी एक भूजा में पानी में निश्रित न होने वाला एक तेल इतना डाला गया है कि यह दूसरी नली में पानी के तल से $10\, mm$ ऊँचा हो जाता है तथा दूसरी भुजा में पानी का तल उसके प्रारंभिक तल से $65\, mm$ ऊँचा चढ़ जाता है। (आरेख देखिये) तो इस तेल का आपेक्षिक घनत्व ........ $kg/m^3$ है
एक हल्के बेलनाकार बर्तन को एक क्षैतिज तल पर रखा गया है। इसके आधार का क्षेत्रफल $A$ है। इसके निचले तल में एक $'a'$ अनुप्रस्थ काट क्षेत्रफल वाले छिद्र को बनाया गया है। वह न्यूनतम घर्षण गुणांक जो बर्तन को निकलते हुए द्रव के कारण उत्पन्न बल द्वारा न खिसकाने के लिए आवश्यक है। $( a << A )$ :
एक जल विध्यूत शक्ति संयंत्र में जल दाब शीर्ष $300 \,m$ की ऊँचाई पर है तथा उपलब्ध जल प्रवाह $100\, m ^{3} s ^{-1}$ है। यदि टर्बाइन जनित्र की दक्षता $60 \,\%$ हो तो संयंत्र से उपलब्ध विध्यूत शक्ति का आकलन कीजिए, $g=9.8 \,m s ^{-2}$ ।
दो एक समान बेलनाकार पात्रों के आधार समान तल पर हैं तथा प्रत्येक पात्र का आधार क्षेत्रफल $A$ है। प्रत्येक पात्र में समान घनत्व $ \rho$ का द्रव अलग.अलग ऊँचाइयों $h_1$ तथा $h_2$ तक भरा हुआ है। यदि दोनों पात्रों को एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तब दोनों पात्रों में द्रव का तल समान करने हेतु गुरुत्व द्वारा किया गया कार्य होगा
एक बंद आयताकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है तथा क्षैतिज तल पर त्वरण $ a $ से दाँयी ओर गतिशील है तो दाब किन बिन्दुओं पर $ (i) $ अधिकतम व $ (ii)$ न्यूनतम होगा