जब किसी गतिशील वस्तु की चाल को दोगुना किया जाता है तो
इसका त्वरण दोगुना हो जाता है
इसका संवेग दोगुना हो जाता है
इसकी गतिज ऊर्जा दोगुनी हो जाती है
इसकी स्थितिज ऊर्जा दोगुनी हो जाती है
$m$ द्रव्यमान का एक पत्थर $l$ लम्बाई के धागे से बाँधकर नियत चाल $v$ से वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है यदि डोरी को छोड़ दें, तो पत्थर की गति होगी
रेखीय गति के लिए बल-समय ग्राफ नीचे दिया गया है, जहाँ ग्राफीय खण्ड वृत्तीय हैं। शून्य तथा $8$ सैकण्ड के बीच प्राप्त रेखीय संवेग होगा
द्रव्यमान $m$ के एक कण की गति, $y =u t+\frac{1}{2} g t^{2}$ से वर्णित है। उस कण पर लगने वाले बल को ज्ञात करो।
कोई बल्लेबाज किसी गेंद को $45^{\circ}$ के कोण पर विक्षेपित कर देता है। ऐसा करने में वह गेंद की आरंभिक चाल, जो $54\, km / h ^{-1}$ है, में कोई परिवर्तन नहीं करता। गेंद को कितना आवेग दिया जाता है ? (गेंद की संहति $0.15\, kg$ है।)
$80$ किग्रा का एक मनुष्य $320$ किग्रा की एक ट्रॉली में खड़ा है। ट्रॉली घर्षण रहित क्षैतिज पटरियों पर खड़ी है। यदि व्यक्ति ट्रॅाली में $1$ मी/सै की चाल से चलना प्रारम्भ करदे तो $4$ सैकण्ड पश्चात उसका जमीन के सापेक्ष विस्थापन ........ $m$ होगा