$80$ किग्रा का एक मनुष्य $320$ किग्रा की एक ट्रॉली में खड़ा है। ट्रॉली घर्षण रहित क्षैतिज पटरियों पर खड़ी है। यदि व्यक्ति ट्रॅाली में $1$ मी/सै की चाल से चलना प्रारम्भ करदे तो $4$ सैकण्ड पश्चात उसका जमीन के सापेक्ष विस्थापन ........ $m$ होगा
$5$
$4.8$
$3.2$
$3.0$
$m$ द्रव्यमान का एक कण $u$ वेग से $m$ द्रव्यमान के एक अन्य स्थिर कण से एक विमीय प्रत्यास्थ संघट्ट करता है, तथा संघट्ट के पश्चात् दोनों कण अल्प समय $T$ तक परस्पर संपर्क में रहते हैं। समयांतराल $\frac{T}{4}$ में संपर्क बल का मान $0$ से $F_0$ तक रैखिक रूप से बढ़ता है, तत्पश्चात् $\frac{T}{2}$ समय तक नियत रहता है तथा फिर $\frac{T}{4}$ समय में रैखिक रूप से घटकर शून्य हो जाता है, जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है। $F_0$ का परिमाण है
वह समय जिसमें $2 \,N $ का बल किसी वस्तु में $0.4$ किग्रा/मी सै का रेखीय संवेग उत्पन्न कर देती है, ......... $\sec$ होगा
$10\,kg$ द्रव्यमान का कोई पिण्ड, क्षैतिज से $45^{\circ}$ के कोण पर प्रक्षेपित किया जाता है। पिण्ड का प्रक्षेप्य पथ एक बिन्दु $(20,10)$ से होता हुआ गुजरता है। यदि उड्डयन काल $T$ है, तो समय $t =\frac{ T }{\sqrt{2}}$ पर संवेग सदिश होगा $..........$ [दिया है : $g =10\,m / s ^2$ ]
जल में तैरना सम्भव होने का कारण है
निम्न कथन पर विचार करें - ‘‘किसी ऊँचाई से कूदते समय, जैसे ही आप विराम में आते हैं अपने पैर दृढ़ रखने के बजाय मोड़ लेते हैं।’’ निम्न में से कौनसा संबंध कथन को समझाने के लिए उपयोगी होगा