दो एकसमान कुण्डलियाँ एक दूसरे के लम्बवत् इस प्रकार रखी गई हैं कि इनके केन्द्र संपाती हैं। केन्द्र पर एक कुण्डली के कारण चुम्बकीय क्षेत्र तथा दोनों कुण्डलियों के कारण परिणामी चुम्बकीय क्षेत्र का अनुपात होगा यदि दोनों में समान धारा बह रही हो

  • A

    $1 :$ $\sqrt 2 $

  • B

    $1:2$

  • C

    $2:1$

  • D

    $\sqrt 3 \,\,:\,\,1$

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एक सरलरेखीय तार जिसमें $14 \mathrm{~A}$ की धारा प्रवाहित हो रही है, को मोड़कर चित्रानुसार $2.2 \mathrm{~cm}$ त्रिज्या वाला अर्द्धवृत्तीय चाप बनाया गया है। धारा द्वारा चाप के केन्द्र $(\mathrm{O})$ पर उत्पन्न चुम्बकीय क्षेत्र___________$\times10^{-4} \mathrm{~T}$ है।

  • [JEE MAIN 2023]

एक छोटे $d\overrightarrow {l\,} $ लम्बाई के चालक में से $i$  धारा बह रही है। इससे $\overrightarrow {r\,} $ दूरी पर स्थित बिन्दु पर चुम्बकीय क्षेत्र $d\overrightarrow B $ होगा |

  • [AIPMT 1996]

चित्र में प्रदर्शित धारा व्यवस्था के कारण मध्य बिन्दु $\mathrm{O}$ पर चुम्बकीय प्रेरण का परिमाण होगा :

  • [JEE MAIN 2023]

एक धारा लूप $A B C D$ कागज के तल पर स्थिर रखा गया है, जैसा कि चित्र में दिखाया गया है। लूप के चाप $B C$ (त्रिज्या $= b$ ) और चाप $D A($ त्रिज्या $=a$ ) को दो सीधे तारों $A B$ और $C D$ से जोड़ा जाता है। लूप में एक स्थिर धारा $I$ प्रवाहित हो रही है। $A B$ और $C D$ द्वारा मूल बिन्दु $O$ पर बना कोण $30^{\circ}$ है। एक अन्य सीधा पतला तार, जिसमें कागज़ के तल से बाहर स्थिर धारा $I_{1}$ प्रवाहित हो रही है, मूल बिन्दु पर रखा गया है।

लूप $A B C D$ के कारण मूलबिन्दु $(O)$ पर चुम्बकीय क्षेत्र $(B)$ का परिमाण है :

  • [AIEEE 2009]

दो कुण्डली $1$ व $2$ समान तार से बनी है। पहली की त्रिज्या दूसरी से दोगुनी है। कितना विभव दोनों पर लगाया जाए कि दोनों के केन्द्रों पर चुम्बकीय क्षेत्र तीव्रता समान हो?

  • [AIPMT 2006]