$M_1$और $M_2$ दो द्रव्यमान $K$ नियतांक वाली किसी द्रव्यमान विहीन स्प्रिंग से चित्र में दिखाये अनुसार लटके हैं। संतुलन की अवस्था में, निकाय को प्रभावित न करके यदि $M_1$ को धीरे से हटा लिया जाये तो दोलन का आयाम होगा

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  • A

    $\frac{{{m_1}g}}{K}$

  • B

    $\frac{{{m_2}g}}{K}$

  • C

    $\frac{{({m_1} + {m_2})g}}{K}$

  • D

    $\frac{{({m_1} - {m_2})g}}{K}$

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निम्न कथनों में से सही कथन है

$K$ और $2K$ बल नियतांक की दो स्प्रिंग एक द्रव्यमान से चित्रानुसार जुड़ी हैं। द्रव्यमान के दोलनों की आवृत्ति है

  • [AIIMS 2003]

एक स्प्रिंग के निचले सिरे से $m$ द्रव्यमान का पिण्ड लटका है जिसका ऊपरी सिरा स्थिर है स्प्रिंग का अपना द्रव्यमान नगण्य है जब द्रव्यमान m को थोड़ा खींचकर छोड़ देते है तो यह $3$ सेकण्ड के आवर्तकाल से दोलन करने लगता है जब द्रव्यमान m के मान को $1$ किग्रा बढ़ा दिया जाता है तो दोलनों का आवर्तकाल $5$ सेकण्ड हो जाता है $m$ का मान किग्रा में है

  • [NEET 2016]

किसी कमानीदार तुला का पैमाना $0$ से $50\, kg$ तक अंकित है और पैमाने की लंबाई $20\, cm$ है । इस तुला से लटकाया गया कोई पिण्ड, जब विस्थापित करके मुक्त किया जाता है, $0.6\, s$ के आवर्तकाल से दोलन करता है । पिंड का भार कितना है ?

समान द्रव्यमान $0.1\, kg$ वाली दो एक सामन गेंदे $A$ तथा $B$ दो एक समान एवं द्रव्यमान विहीन स्प्रिंगों से जुड़ी है। यह ​स्प्रिंग द्रव्यमान निकाय किसी दृढ़, चिकने वृत्तीय एवं क्षैतिज तल में स्थित पाइप में स्थित है जैसा कि दिखाया गया है। दोनों गेंदों के केन्द्र $0.06\, m$ त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर घूमते है। प्रत्येक स्प्रिंग की वास्तविक लम्बाई  $0.06\pi\, m$ एवं स्प्रिंग नियतांक $0.1\,N/m$ हैं प्रारम्भ में दोनों गेंदें व्यास $PQ$ के सापेक्ष $\theta  = \pi /6$ रेडियन कोण से विस्थपित की जाती है। मुक्त करने पर गेंद $B$ के दोलनों की आवृत्ति होगी