किसी स्क्रूगेज के वृत्तीय पैमाने के दो पूर्ण फेरों द्वारा इसके मुख्य पैमाने पर तय की गई दूरी $1 \;mm$ है | वृत्तीय पैमाने पर कुल भागों की संख्या $50$ है | साथ ही यह पाया जाता है कि स्क्रूगेज में $-0.03\; mm$ की शून्यांक त्रुटि है | इस स्क्रूगेज द्वारा किसी पतले तार का व्यास मापते समय कोई विद्यार्थी मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $3\;mm$ तथा वृत्तीय पैमाने के $35$ वें भाग को मुख्य पैमाने की लाईन में पाता है | तब तार का व्यास है
$3.38$
$3.32$
$3.73$
$3.67$
एक वर्नियर कैलीपर्स में वर्नियर पैमाने के $(N+1)$ खानों का मान मुख्य पैमाने के $N$ खानों के मान के बराबर है। यदि मुख्य पैमाने के एक खाने का मान $0.1$ मिमी हो तो वर्नियर नियतांक (सेमी में) है:
एक प्रयोग में एक उपकरण द्वारा कोण मापने की आवश्यकता होती है। इस उपकरण में मुख्य पैमाने के $29$ भाग वर्नियर पैमाने के $30$ भागों के यथातथ संपाती है। यदि मुख्य पैमाने का लघुत्तम भाग आधे अंश $\left(0.5^o\right)$ के बराबर है, तब इस उपकरण का अल्पतमांक है
कोई छात्र $100$ आवर्धन के एक सूक्ष्मदर्शी के द्वारा देखकर मनुष्य के बाल की मोटाई मापता है । वह $20$ बार प्रेक्षण करता है और उसे ज्ञात होता है कि सूक्ष्मदर्शी के दृश्य क्षेत्र में बाल की औसत मोटाई $3.5\, mm$ है । बाल की मोटाई ($mm$) का अनुमान क्या है ?
वर्नियर कैलियर का वर्नियर नियतांक $0.1\,mm$ तथा शून्यांक त्रुटि $(-0.05)\,cm$ है। एक गोले का व्यास नापते समय इसके मुख्य पैमाने का पाठ्यांक $1.7\,cm$ है तथा वर्नियर के $5$ भागो के साथ संपाती होता है तो सही व्यास $...........\times 10^{-2}\,cm$ होगा ।