रेडियोएक्टिव आइसोटोप $_{88}R{a^{238}}$ के श्रेणीक्रम में क्षय होते समय तीन $\alpha - $ कण तथा एक $\beta - $ कण निकलते हैं। अन्त में प्राप्त होने वाला आइसोटोप है
$_{84}{X^{220}}$
$_{86}{X^{222}}$
$_{83}{X^{224}}$
$_{83}{X^{215}}$
इस नाभिकीय क्षय में:
$_z{X^A}{ \to _{z + 1}}{Y^A}{ \to _{z - 1}}{K^{A - 4}}{ \to _{z - 1}}{K^{A - 4}}$
उत्सर्जित कणों का क्रम होगा
$\gamma$-किरणों से इलेक्ट्रॉन, पोजीट्रॉन युग्म बनाया जा सकता है। इस युग्म उत्पादन की प्रक्रिया में $\gamma$ -किरणों की ऊर्जा किस ऊर्जा .......$MeV$ से कम नहीं हो सकती
किसी तत्व की परमाणु द्रव्यमान संख्या $232$ है तथा उसकी परमाणु संख्या $90$ है। रेडियोएक्टिव क्षय से स्थायी अन्तिम लैड आइसोटोप जिसकी परमाणु संख्या $82$ एवं द्रव्यमान संख्या $208$ है। इससे उत्सर्जित $\alpha$ एवं $\beta$ कणों की क्रमश: संख्याएँ हैं
जब कोई रेडियोधर्मी पदार्थ एक $\alpha$- कण उत्सर्जित करता है तो आवर्त सारणी में इसकी स्थिति नीचे खिसक जायेगी
$\beta$- ऋणात्मक क्षय में