$\beta$- ऋणात्मक क्षय में
परमाणु से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होता है
नाभिक में पूर्व से उपस्थित इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होता है
नाभिक के क्षय में न्यूट्रॉन से इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित होता है
आंशिक बन्धन ऊर्जा इलेक्ट्रॉन में रूपांतरित होती है
दो लगातार ${\beta ^ - }$ क्षय के पश्चात् नाभिक $_{48}C{d^{115}}$ देता है
न्यूट्रिनो एक ऐसा कण है जो
शुरूआत में रेडियोधर्मी वीटा–क्षय को केवल इलेक्ट्रॉनों के उत्सर्जन के साथ नाभिक का क्षय माना गया था (स्थिति $I$)। परन्तु बाद में पाया गया कि इलेक्ट्रॉनों के साथ एक और लगभग भारहीन तथा अनावेशित कण भी उत्सर्जित होता है। (स्थिति $II$) नीचे दिखाये चित्र के अनुसार कौनसा कथन सही है।
एक रेडियोधर्मी धातु के बीटा $(\beta)$ कण निम्नलिखित से उत्पन्न होते हैं
दी गर्इ रासायनिक अभिक्रिया में $A, B, C, D, E$ प्रदर्शित करते हैं
$_{92}{U^{238}}{\xrightarrow{\alpha }_B}T{h^A}{\xrightarrow{\beta }_D}P{a^C}{\xrightarrow{E}_{92}}{U^{234}}$