$\gamma$-किरणों से इलेक्ट्रॉन, पोजीट्रॉन युग्म बनाया जा सकता है। इस युग्म उत्पादन की प्रक्रिया में $\gamma$ -किरणों की ऊर्जा किस ऊर्जा .......$MeV$ से कम नहीं हो सकती
$5$
$4.02$
$15$
$1.02$
दी गई नाभिकीय अभिक्रिया में, कितने $\alpha $ तथा $\beta $ कण उत्सर्जित होंगे,
$_{92}{X^{235}}{ \to _{82}}{Y^{207}}$
एक रेडियोसक्रिय विघटन श्रृंखला में प्ररम्भिक नाभिक ${ }_{90}^{232} Th$ है। अंत में $6 \alpha$-का व $4 \,\beta$-कण उत्सर्जित होते है। यदि अंतिम नाभिक ${ }_{ Z }^{ A } X$ हो तो $A$ व $Z$ के मान होगें ?
अभिक्रिया $_{86}{A^{222}}{ \to _{84}}{B^{210}}$ में उत्पन्न $\alpha $ और $\beta $ कणों की संख्या क्रमश: है
अभिक्रिया $_1{H^1}{ + _1}{H^1}{ + _1}{H^2} \to X + {\;_{ + 1}}{e^0} + $ ऊर्जा, में उत्सर्जित कण है
स्थायी नाभिकों के न्यूट्रॉनों की संख्या $(N)$ विरूद्ध प्रोटॉनों की संख्या $(P)$ का आलेख परमाणु क्रमांक, $Z>20$ के लिये रेखिकता से ऊर्ध्रमुखी विंचलन प्रदर्शित करता है। एक अस्थायी नाभिक के लिये जिसका $N / P$ अनुपात $1$ से कम हैं, क्षय की संभव विधा(यें) है/ हैं
$(A)$ $\beta^{-}$-क्षय ( $\bar{\beta}$ उत्सर्जन)
$(B)$ कक्षीय अथवा $K$-इलेक्ट्रॉन प्रग्रण (capture)
$(C)$ न्यूट्रॉन उत्सर्जन
$(D)$ $\beta^{+}$-क्षय (पॉज़िट्रान उत्सर्जन)