शून्य कोटि अभिक्रिया के लिये दर स्थिरांक की इकाई है
लीटर सेकण्ड ${^{ - 1}}$
लीटर मोल${^{ - 1}}$,सेकण्ड ${^{ - 1}}$
मोल लीटर${^{ - 1}}$सेकण्ड${^{ - 1}}$
मोल सेकण्ड ${^{ - 1}}$
अभिक्रिया $2NO(g) + {O_2}(g) \to 2N{O_2}(g)$ का एकाएक दाब बढ़ाकर इसका आयतन आधा कर दिया जाता है यदि अभिक्रिया ${O_2}$ के सापेक्ष प्रथम कोटि तथा $NO$ के सापेक्ष द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है तो अभिक्रिया का वेग होगा
एक अभिक्रिया का दर स्थिरांक $K,$ प्रभावित होता है
पदार्थो $ A$ तथा $ B $ के बीच अभिक्रिया के लिये दर नियम इस समीकरण द्वारा निरुपित है, दर $ = k{[A]^n}{[B]^m}$ $A$ की सान्द्रता को दुगना तथा $ B$ की सान्द्रता को आधा करने पर प्राप्त दर का अभिक्रिया की प्रारम्भिक दर से अनुपात होगा
अभिक्रिया की कोटि होगी जिसके लिये वेग व्यंजक $\frac{{dc}}{{dt}} = K{[E]^{3/2}}{[D]^{3/2}}$ है
द्वितीय कोटि की अभिक्रिया के लिये दर स्थिरांक की विमा में सम्मिलित है