किसी स्पर्शज्या धारामापी की सुग्राहिता बढ़ाई जा सकती है, यदि
फेरों की संख्या कम कर दी जाये
फेरों की संख्या बढ़ा दी जाये
क्षेत्र बढ़ा दिया जाये
उपरोक्त में से कोई नहीं
निम्न में से कौन सा वक्र स्पर्शज्या धारामापी में धारा और विक्षेप के सम्बन्घ को सही दर्शाता है
दोलन चुम्बकत्वमापी में योगांतर विधि में, आवर्तकाल अधिक रहता है, यदि
दोलन चुम्बकत्वमापी का उपयोग करके एक चुम्बक को दो स्थानो $A $ तथा $B$ पर क्षैतिज तल में कम्पन कराया जाता है । यदि चुम्बक का दोलनकाल $A$ तथा $ B$ स्थानों पर क्रमश: $2$ सैकण्ड तथा $3$ सैकण्ड हो तथा इन स्थानों पर पृथ्वी के क्षैतिज घटक क्रमश: $H_A$ तथा $H_B$ हों, तो $H_A$ और $H_B$ के बीच अनुपात है
दोलन चुम्बकत्वमापी को प्रयोग करने के पूर्व रखना चाहिये
जब $2$ ऐम्पियर की धारा स्पर्शज्या धारामापी से प्रवाहित होती है तो यह $30° $ का विक्षेप देता है। $60° $ के विक्षेप के लिए धारा ......ऐम्पियर होनी चाहिए