दोलन चुम्बकत्वमापी का उपयोग करके एक चुम्बक को दो स्थानो $A $ तथा $B$ पर क्षैतिज तल में कम्पन कराया जाता है । यदि चुम्बक का दोलनकाल $A$ तथा $ B$ स्थानों पर क्रमश: $2$ सैकण्ड तथा $3$ सैकण्ड हो तथा इन स्थानों पर पृथ्वी के क्षैतिज घटक क्रमश: $H_A$ तथा $H_B$ हों, तो $H_A$ और $H_B$ के बीच अनुपात है
$9:4$
$3:2$
$4:9$
$2:3$
एक स्पर्शज्या धरामापी में $0.1 \,A$ की धारा $30°$ का विक्षेप देती है तो ${60^o}$ का विक्षेप उत्पन्न करने के लिए आवश्यक धारा .......$A$ है
दो समान ध्रुुव सामथ्र्य के चुम्बकों के विपरीत ध्रुव एक ओर करके दोलन चुम्बकत्वमापी में रखे जाते हैं । यदि दोनों चुम्बकों की लम्बाई भी समान है तो आवर्तकाल होगा
स्पर्शज्या धारामापी से मापी गई धारा में न्यूनतम त्रुटि होगी जब विक्षेप है लगभग.....$^o$
दोलन चुम्बकत्वमापी को प्रयोग करने के पूर्व रखना चाहिये
स्पर्शज्या धारामापी को उपयोग करने से पहले, इसकी कुण्डली को समंजित किया जाता है